रांची(ब्यूरो)। रांची नगर निगम के करीब सभी वार्डों में गदंगी, टूटी सड़क और जाम नाली की समस्याएं हैं, जिस मुहल्ले में जाएं उसी मुहल्ले में समस्याओं का अंबार है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के अभियान पब्लिक परेशान चाहिए समाधान में आज जानिए वार्ड 8 व नौ की हकीकत। यहां भी मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है। वार्ड आठ की अयोध्यापुरी, चुन्ना भट्ठा, तपोवन गली रोड में जहां-तहां गंदगी का अंबार लगा हुआ है। कई इलाकों की सड़क भी टूटी हुई है। हालांकि, पार्षद के प्रयास से कुछ सड़क की मरम्मत कराई गई है। लेकिन नाले की स्थिति यहां भी खराब है। वार्ड आठ में कई खतरनाक नाले हैं, जो आज भी खुले हुए हैं। पार्षद समेत स्थानीय लोगों को भी हर वक्त भय बना रहता है। कहीं फिर से कोई बड़ा हादसा न हो जाए।
नहीं होती नियमित सफाई
दोनों वार्ड में नियमित सफाई नहीं हो पा रही है। इसके पीछे की वजह यहां के पार्षद संसाधन का न होना बताते हैं। मैनपावर की कमी के साथ-साथ वाहन की भी संख्या कम होने के कारण कचरे का उठाव नहीं हो पाता है। वहीं यहां के लोकल लोगों ने बताया कि डोर टू डोर कचरा उठना भी बंद हो गया है। बीते कई महीने से घर से कचरे का उठाव नहीं हुआ है, जिस कारण मजबूरन बाहर ले जाकर कचरा फेंकना पड़ता है। वहीं मुहल्ले में मच्छरों का भी आतंक बढ़ गया है। दोनों वार्डों में बीते कई महीने से फॉगिंग नहीं हुई है। मॉनसून में मच्छरों के साथ-साथ बरसाती कीड़े भी पनपने लगे हैं। इसके बाद भी नगर निगम को कोई परवाह नहीं है।
नाली जाम, रोड पर गंदा पानी
दूसरे वार्ड की तरह यहां की भी कहानी लगभग एक समान है। वार्ड आठ और नौ के कई मुहल्लों में नालियां जाम होने के कारण गंदा पानी सड़क पर ही बहता है। वहीं निकासी नहीं होने की वजह से सड़क पर जलजमाव की स्थिति बनी रहती है, जबकि मानसून से पहले नगर निगम ने अभियान चलाकर नालियों की सफाई कराने का दावा किया था। मुहल्ले में घूमने पर नगर निगम के सभी दावों की पोल खुल जाती है। इन दोनों वार्ड में स्ट्रीट लाइट की भी समस्या है। पार्षद का कहना है कि स्ट्रीट लाइट के लिए नगर निगम में लिस्ट उपलब्ध करा दी गई है। वहीं, खराब लाइट बनाने में भी सात से आठ दिन लगता है।
लोगों ने बताई परेशानी
नगर निगम के काम करने का तरीका सही नहीं है। वीआईपी इलाकों में रेगुलर कचरा उठता है। लेकिन मुहल्लों से चार-पांच दिन मेें एक बार सफाई होती है।
- गुप्तेश्वर सिंह, वार्ड 8

सड़क पर गंदगी पसरी रहती है। जैसे तैसे लोग आना जाना करते हैं। बरसात में जलजमाव की भी समस्या खड़ी हो जाती है। लोग हादसों के शिकार हो रहे हैं।
- शुभम कुमार राजपूत, वार्ड 8

वार्ड के खुले नाले आज भी ढके नहीं गए। हादसों के बाद भी नगर निगम नहीं चेत रहा है। बांस लगाकर खानापूर्ति की गई है, इससे हादसे रुकेंगे नहीं।
-संतोष कालिंदी, वार्ड 9

पार्षद ने कहा
मेरे वार्ड में सड़क निर्माण के लिए फंड नहीं आया है। जिस सड़क और नाली का काम हो रहा है उसके लिए बालू की समस्या है। संसाधन नहीं होने के कारण सफाई में भी समस्या आ रही है।
-वीणा अग्रवाल, पार्षद, वार्ड 8

कई सड़क हैं जिसे बनाने की जरूरत है। लेकिन बालू के कारण काम नहीं हो पा रहा है। खुले और खतरनाक नाले हैं, जिसे आज तक ढका नहीं गया। कम संसाधान में भी सफाई कराने की पूरी कोशिश रहती है।
- प्रीती रंजन, पार्षद, वार्ड 9