रांची: राजधानी में कोरोना की रफ्तार भले ही धीमी पड़ गई थी। लेकिन कुछ दिनों से शहर में फिर कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। इसमें सिटी के लोगों की लापरवाही एक बड़ा कारण है। वहीं नगर निगम भी सुस्त पड़ गया है। अब नगर निगम की सुस्ती से कहीं शहर में कोरोना तेजी से न बढ़ने लगे। चूंकि कई इलाकों में निगम ने सेनेटाइजेशन बंद कर दिया है। इस वजह से कोरोना संक्रमण का खतरा फिर से मंडराने लगा है। बताते चलें कि हर दिन कोरोना संक्रमितों की संख्या 100 के करीब पहुंच गई है।

सेनेटाइजेशन ठप, इंफेक्शन का खतरा

कोरोना की दस्तक के समय नगर निगम ने सेनेटाइजेशन का काम तेज कर रखा था। हर इलाके में सेनेटाइजेशन कराया जा रहा था। वहीं कुछ दिनों के बाद फॉगिंग भी तेज की गई। धीरे-धीरे रफ्तार धीमी हो गई। अब तो सिटी के कई इलाकों में सेनेटाइजेशन के लिए गाडि़यां रेगुलर नहीं जा रही हैं। वहीं कुछ इलाकों में तो सेनेटाइजेशन पूरी तरह से ठप हो गया, जिससे इंफेक्शन फैलने का खतरा बढ़ गया है।

गंदगी से फैलेगी बीमारियां

दिवाली से पहले कचरा उठाने को लेकर नगर निगम ने युद्धस्तर पर काम शुरू किया था। दिन में कई बार गाडि़यां घरों से कचरा उठाकर ले जा रही थीं। लेकिन छठ खत्म होते ही रफ्तार धीमी पड़ गई है। अंदर के इलाकों में तो गाडि़यां कूड़ा उठाने भी एक-एक हफ्ते में पहुंच रही हैं। इस वजह से लोगों के घरों में कचरा जमा हो रहा है। ऐसे में कोरोना के अलावा अन्य बीमारियां भी गंदगी की वजह से फैल जाएंगी।

हर दिन सेनेटाइजेशन की कंप्लेन

नगर निगम ने सिटी के लोगों के लिए कंप्लेन सेल बनाया है। जहां पर किसी तरह की परेशानी होने पर लोग कंप्लेन कर सकते हैं। अब सेल में हर दिन सेनेटाइजेशन की कंप्लेन आ रही है। वहीं सफाई को लेकर भी कंप्लेन लोग कर रहे हैं। बताते चलें कि लंबे समय से निगम खुद से सफाई और सेनेटाइजेशन का काम संभाले हुए है। ऐसे में निगम हर इलाके में सेनेटाइजेशन का दावा कर रहा है।

क्या कहते हैं लोग

हर दिन सिटी में सेनेटाइजेशन की बात कही गई थी। उस समय रेगुलर गाडि़यां आ रही थीं। इसके अलावा हैंड स्प्रे से भी निगम के स्टाफ सेनेटाइजेशन कर रहे थे। अब तो सेनेटाइजेशन का काम ही नहीं हो रहा है। अभी निगम को ज्यादा अलर्ट रहना था तो ध्यान नहीं दे रहे हैं।

सुनील किस्पोट्टा

सेनेटाइजेशन को लेकर पहले से ज्यादा अलर्ट रहना होगा। अभी इंफेक्शन ज्यादा होने की संभावना है। फिर भी सेनेटाइजेशन नहीं कराया जाना चिंता का विषय है। वायरस तो अभी भी हमारे आसपास में है। कचरा भी रेगुलर नहीं उठता। निगम को अपनी जिम्मेवारी समझनी चाहिए।

मनोज कुशवाहा