रांची: रांची में एक महीने में 3980 लोगों ने सिर्फ मास्क नहीं पहनकर लाखों रुपए फाइन भरा है। जी हां, 15 मार्च से लेकर 16 अप्रैल तक पुलिस ने बिना मास्क पहने लोगों से 20 लाख 57 हजार रुपए वसूल लिया है। लेकिन सिटी के लोगों में अब भी कुछ खास सुधार नहीं आ रहा है। लोग अब भी लापरवाह और बिना मास्क के घूमते नजर आ रहे हैं। रांची के कुछ बाजारों में दुकानदारों ने सेल्फ लॉकडाउन का निर्णय लिया है, लेकिन अब भी अधिकतर बाजारों में दुकानें खुली हुई हैं, जहां बिना मास्क के लोगों की भीड़ जमा हो रही है। हालांकि, लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामले और लोगों की लापरवाही को देखते हुए सरकार ने संपूर्ण लॉकडाउन का निर्णय ले लिया है। कुछ रियायतों के साथ सरकार ने लॉकडाउन लगाने का फेसला लिया है। लेकिन यह लॉकडाउन गुरुवार से लग रहा है।

बाजार में भीड़

बुधवार को रामनवमी है। लोग इसकी खरीदारी में जुट गए हैं। इस दौरान भी लोगों में काफी लापरवाही देखी जा रही है। भगवान महावीर का झंडा खरीदने से लेकर फल, प्रसाद, बांस समेत अन्य दुकानों पर काफी भीड़ देखी गई। इस दौरान न तो दुकानदार और न ही खरीदार कोविड-19 की गाइडलाइंस का पालन कर रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर इस्लाम धर्म मानने वालों के लिए रमजान का महीना चल रहा है। ऐसे में ये लोग भी सामग्रियों की खरीदारी करने बाजारों में निकल रहे हैं। सभी दुकानों पर भीड़ साफ देखी जा रही है। इन दिनों पुलिस की ओर से भी मास्क चेकिंग में थोड़ी ढील दी गई है। नतीजन, लोगों की लापरवाही बढ़ गई है।

पब्लिक ट्रांसपोर्ट में भी लापरवाही

पब्लिक ट्रांसपोर्ट में भी भारी लापरवाही दिख रही है। ऑटो हो ई-रिक्शा हो या सिटी बस सभी में लोग अब भी लापरवाही बरत रहे हैं। ड्राइवर, कंडक्टर और पैसेंजर मास्क का सही यूज नहीं कर रहे हैं। कुछ नाक से नीचे लगाकर रखते हैं तो कुछ के चेहरे पर मास्क ही नहीं होता। कैमरा या पुलिस को देखते ही ये लोग किसी तरह मास्क, रूमाल या कपड़ा से चेहरा ढकना शुरू कर देते हैं। ऐसा लगता है जैसे उन्हें डर कोरोना से नहीं बल्कि पुलिस के फाइन और न्यूज पेपर में फोटो छपने से है। लोगों की इसी लापरवाही का नतीजा है कि रांची में दिनों दिन संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। एक महीने पहले जहां हर दिन लगभग सौ या इससे ज्यादा मरीज संक्रमित हो रहे थे वहीं आज यह आकंडा बढ़कर 1400 तक पहुंच गया है।

प्रशासन कर रहा अवेयर

मास्क लगाने, दो गज की दूरी रखने एवं कोविड बचाव के लिए जारी गाइडलाइंस का पालन करने के लिए प्रशासन की ओर से लोगों को लगातार अवेयर किया जा रहा है। ऑटो से गली-गली में अनाउंसमेंट भी कराया जा रहा है कि लोग मास्क जरूर लगाएं। लेकिन पब्लिक इसे भी गंभीरता से नहीं ले रही है। हर कोई कोविड से परेशान होने की बात तो करता है लेकिन नियमों को मानने में किसी की रुचि नजर नहीं आती। सब्जी बाजारों का हाल और ज्यादा बुरा है। यहां लोग एक साथ सब्जी खरीदारी करते दिखते हैं। कई लोगों के चेहरे से मास्क गायब रहता है। पुलिस भी सब्जी बाजार में चेकिंग अभियान नहीं चला रही है। यदि इस तरह भीड़-भाड़ वाले बाजार में एक भी व्यक्ति संक्रमित हुआ तो न जाने कितने लोगों के बीच संक्रमण बांट देगा। इसलिए मास्क सबसे ज्यादा जरूरी है। इस महामारी से बचने के लिए मास्क काफी उपयोगी है।