दुमका : दुमका जिला के रामगढ़ थाने में पदस्थापित सिपाही 43 वर्षीय विरजन उरांव ने रविवार की सुबह बैरक में कीटनाशक खा लिया। हालत बिगड़ने पर उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई। मृतक रांची जिला के बेड़ो थाना क्षेत्र अंतर्गत टेंगरिया गांव का रहने वाला था। 2005 में विरजन उरांव की सिपाही के पद पर नियुक्ति हुई थी और आठ माह से वह रामगढ़ थाने में तैनात था। पत्नी विनीता लकड़ा के बयान पर पुलिस ने यूडी केस दर्ज किया है।

बैरक में रहता था

सिपाही रामगढ़ थाना के बैरक में रहता था। दो दिन पहले ही उसकी पत्नी विनिता मिलने के लिए आई हुई थी। वह पति के साथ ही बैरक में रह रही थी। इन दिनों रामगढ़ थाने में जवानों की काफी कमी है। शनिवार की रात सभी जवान रात्रि गश्ती में निकले थे। इसके बाद केवल विरजन और उसकी पत्नी ही बैरक में रह गए थे। रविवार की सुबह करीब आठ साढ़े सात बजे विरजन सोकर नहीं उठा तो पत्नी जगाने गई, सिपाही के मुंह से झाग निकल रहा था। इसकी जानकारी थाना प्रभारी रुपेश कुमार समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी को दी गई।

कराया गया था भर्ती

आनन-फानन में विरजन को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामगढ़ में भर्ती कराया गया। यहां पर चिकित्सकों ने उल्टी कराने के बाद बेहतर इलाज के लिए उसे फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया। जहां उसकी मौत हो गई। थाना प्रभारी रुपेश कुमार ने बताया कि ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि सिपाही ने कोई जहरीला पदार्थ खा लिया है। थाना प्रभारी का कहना है कि मामला दर्ज कर अनुसंधान किया जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी कि सिपाही की मौत कैसे हुई। कुछ दिन पूर्व ही सिपाही का तबादला हुआ था। सिपाही की ड्यूटी दुमका में झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन आवास में लगाई गई थी। पुलिस लाइन में सलामी के बाद शव को वाहन से सिपाही के पैतृक घर भेज दिया गया है।