रांची (ब्यूरो)। अब राजधानी रांची से बोकारो तक का सफर महज डेढ़ घंटे में तय किया जा सकेगा। ओरमांझी-बोकारो एक्सप्रेस वे का टेंडर फाइनल हो गया है। इस एक्सप्रेस वे के बन जाने से आम लोगों को बोकारो पहुंचने में करीब एक घंटे की बचत होगी, क्योंकि इस एक्सप्रेस वे पर गाडिय़ां लगभग 90 से 100 किमी प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ेंगी। इस हिसाब से रांची से बोकारो पहुंचने में केवल डेढ़ घंटे का समय ही लगेगा। वहीं, ओरमांझी से जैना मोड़ तक पहुंचने में महज 45 मिनट का समय लगेगा। केंद्र सरकार ने इस एक्सप्रेस वे का टेंडर फाइनल कर दिया है।

ओरमांझी से जैनामोड़ तक एक्सप्रेस वे

बिल्कुल नए सिरे से बनने वाले इस एक्सप्रेस वे का निर्माण ओरमांझी से एक किमी आगे से लेकर बोकारो के जैना मोड़ तक किया जाएगा। यह एक्सप्रेस वे दो फेज में बनेगा और इस पर वर्ष 2024 तक गाडिय़ां दौडऩे लगेंगी।

पहले ओरमांझी से गोला तक निर्माण

एक्सप्रेस वे के पहले फे ज में ओरमांझी से गोला तक निर्माण कार्य होगा। वहीं दूसरा फेज गोला से बोकारो के जैना मोड़ तक बनाया जाएगा। इस पूरी योजना पर कुल 1379 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।

ओरमांझी से गोला का काम करेगी बरबरीक

केंद्र सरकार ने एक्सप्रेस वे के दो फेज के लिए निर्माण एजेंसियों का चयन कर लिया है। इसके तहत ओरमांझी से गोला तक का काम रायपुर की कंपनी बरबरीक प्राइवेट लिमिटेड करेगी। यह कंपनी 732 करोड़ रुपए में एक्सप्रेस वे बनायेगी। वहीं, एक्सप्रेस वे के दूसरे फेज के तहत गोला से जैना मोड़ तक काम गुजरात की कंपनी एनर्जी प्रोजेक्ट लिमिटेड करेगी। यह कंपनी 647 करोड़ रुपए में एक्सप्रेस वे बनाएगी।

कंपनियों के साथ एनएचएआई का एग्रीमेंट जल्द

एक्सप्रेस वे के निर्माण को लेकर दोनों निर्माण कंपनियों के साथ एनएचएआई जल्द ही एग्रीमेंट करेगा। एग्रीमेंट समेत अन्य प्रक्रियाओं को पूरा करने में लगभग पांच से सात माह का समय लगेगा। इसके बाद एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।

भारत माला प्रोजेक्ट

केंद्र सरकार ने इस सड़क निर्माण योजना को भारत माला प्रोजेक्ट के तहत शामिल किया है। मालूम हो कि पूर्व में झारखंड एनएचएआई की ओर से इस प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा था। एनएचएआई, झारखंड के मुख्य महाप्रबंधक एसके मिश्रा के नेतृत्व में एनएचएआई के अधिकारी प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने में लगे हुए थे।

रैयतों को 500 करोड़ मुआवजा

एक्सप्रेस वे में भूमि अधिग्रहण के लिए रैयतों को 500 करोड़ रुपए से अधिक की राशि का प्रावधान किया गया है।

100 किमी प्रतिघंटा स्पीड

इस एक्सप्रेस वे पर 90 से 100 किमी प्रति घंटे की स्पीड से गाडिय़ां दौड़ेंगी। इससे ओरमांझी से जैना मोड़ तक का सफर काफी आसान हो जाएगा। साथ ही इससे झारखंड में व्यावसायिक गतिविधियों को भी पंख लग जाएंगे और सामान द्रुतगति से राजधानी रांची से बोकारो तक पहुंच सकेगा।

हाई स्पीड सड़क होगी

इस हाई स्पीड सड़क परियोजना का निर्माण नये एलाइनमेंट यानी सीध में कराया जाएगा। इस एक्सप्रेस वे के बनने से विशेषकर मालवाहक वाहनों के लिए रांची से बोकारो के बीच आवागमन सुगम हो जाएगा।

ट्रक व ट्रेलर के लिए अलग से सर्विस लेन

इस एक्सप्रेस वे पर ट्रक और ट्रेलर के लिए अलग से सर्विस लेन बनाई जाएगी। साथ ही इस रूट पर कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। एक्सप्रेस वे पर ड्राइवरों के लिए विश्रामघर भी होगा। फिलहाल लोगों को गोला पेटरवार होते हुए बोकारो जाना पड़ता है।