रांची (ब्यूरो) । रांची विश्वविद्यालय के आर्यभट सभागार में आईक्यूएसी और एमएमसीआरसी के संयुक्त तत्वावधान में शोधप्रेमियों के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। रांची विश्वविद्यालम के कुलपति प्रो। डॉ। अजीत कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में कार्यक्रम का शुभ आरंभ दीप प्रजवल्लित कर किया। कार्यक्रम का नाम गोष्यांसउराति रखा गया था जिसका अर्थ है शोधार्थी सांस्कृतिक उत्सव। कार्यक्रम में कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा ने संबोधित करते हुए कहा की यह कार्यक्रम का लक्ष्य शोधार्थियों में बेस के अलावा छुपी हुई प्रतिभा को एक मंच प्रदान करना है। कार्यक्रम में निदेशक डॉ सिन्हा ने अपने समय में किए गए शोध कार्य को भी शोधार्थियों से साझा किया। 1218 के निदेशक डॉ। सुदेश कुमार साहु एवं एमएमसीआरसी की निर्देशक डॉ नमनी सक्सेना ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।

पत्रिका का विमोचन

इसी श्रृंखला में 1940 के द्वारा एक पत्रिका का विमोचन किया गया जिसका नाम पर्सपेक्टिव न्यूजलेटर एफआरएसी रखा गया है। यह पत्रिका साल में एक बार प्रकाशित की जाएगी जिसमें विश्वविद्यालयों में चल रही गतिविधियों से सभी को अवगत कराया जाएगा। शोधार्थियों के लिए कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिता रखी गई थी जिसमें रंगोली, स्पॉट बैंटिंग, स्पॉट फोटोग्राफी, लोक नृत्य, लोक संगीत तथा वेस्टर्न गीत शमिल थे। कार्यक्रम कामे सभी विभागों के शोधार्थियों ने बाढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया एवं और अपनी अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। कार्यक्रम में लगभग 150 शोधार्थियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और इसे सफल बनाया। कार्यक्रम में फाइन आट्र्स के विभाग के शिक्षकों एवं छात्रों का सहयोग मिला। कार्यक्रम में मंच का संचालन डॉ आनंद कुमार ठाकुर एवं डॉ सोनी कुमारी तिवारी एवं दो शोधार्थियो के द्वारा किया गया। मौके पर डॉ मुकुन्द चंद्र मेहता, डॉ विनोद नारायण, एस अधिक यौन एव विभाग के मौजूद थे। डॉ। आगीच कुमार झा, डॉ जी। सभी विभाणाध्यत्र एवं शिक्षक मौजूद थे।