रांची: सातवें वेतनमान के एरियर को लेकर रिम्स के जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। इस दौरान डॉक्टरों ने रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के बैनर तले सभी ओपीडी को बुधवार को भी बंद करा दिया। वहीं हॉस्पिटल के बाहर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन भी किया। रिम्स के डायरेक्टर ने ओपीडी को चालू कराने का प्रयास तो किया लेकिन जूनियर डॉक्टर मानने को तैयार नहीं थे। ऐसे में ओपीडी बंद होने के कारण मरीजों ने इमरजेंसी में इलाज कराया। गंभीर मरीज के अलावा सामान्य मरीजों का इलाज भी इमरजेंसी में ही किया गया। वहीं जो मरीज इमरजेंसी में नहीं जा सके वे ओपीडी कांप्लेक्स में ही इंतजार करते रह गए। इतना ही नहीं, कई लोगों ने तो गैलरी में ही डेरा जमा लिया।

वार्ता में बनी बात, आज से ओपीडी बहाल

रिम्स जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के सदस्यों की बैठक स्वास्थ्य सचिव, रिम्स डायरेक्टर, एडिशनल डायरेक्टर, मेडिकल सुपरिटेंडेंट, फाइनेंस एडवाइजर झारखंड सरकार के साथ नेपाल हाउस में बैठक हुई। झारखंड सरकार से एरियर का आज अनुमोदन प्राप्त हो चुका है। इसी मार्च माह के बजट सत्र में फाइनेंस डिपार्टमेंट द्वारा पेपर का लंबित कार्य संपादित करके माह के अंत और अप्रैल माह तक एरियर भुगतान की प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से कर दी जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने स्वास्थ्य सचिव केके सोन को निर्देश दिया कि इनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए बातचीत कर हड़ताल को खत्म करें। इसी कड़ी में स्वास्थ्य सचिव ने जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन से बातचीत कर हड़ताल को खत्म कराया। इसके बाद डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म करते हुए गुरुवार से ओपीडी को बहाल करने की बात कहीं।