- रिम्स आई डिपार्टमेंट कर रहा ऑपरेशन शुरू करने की तैयारी

- 1000 के करीब मरीजों को है इंतजार

- कॉर्निया ट्रांसप्लांट और मोतियाबिंद का बंद है ऑपरेशन

अगर आपको भी आंखों की रौशनी का इंतजार है तो जल्द ही यह इंतजार खत्म होने वाला है। चूंकि सिटी में अगले महीने से इंतजार में बैठे लोगों की आंखों की रौशनी लौटाने की तैयारी तेज हो गई है, जिसके बाद आंखों की समस्या से जूझ रहे लोगों का आपरेशन किया जाएगा। वहीं, कार्निया ट्रांसप्लांट में भी तेजी आएगी। बताते चलें कि कोरोना वायरस के इन्फेक्शन को देखते हुए सिटी के गवर्नमेंट हॉस्पिटल के अलावा चैरिटी हॉस्पिटल में आंखों का आपरेशन बंद कर दिया गया था ताकि मरीजों को इनफेक्शन से बचाया जा सके।

ऑपरेशन को बन रहा प्रोटोकॉल

कोरोना से फिलहाल राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। ऐसे में अन्य विभागों की तरह ही आई डिपार्टमेंट में भी ओपीडी के बाद ऑपरेशन शुरू करने की तैयारी है। इसके लिए अधिकारियों और डॉक्टरों ने प्रोटोकॉल तैयार करना शुरू कर दिया है, जिसमें सेफ्टी से लेकर आपरेशन और मरीजों की सुरक्षा को लेकर पूरा खाका तैयार होगा। एक अधिकारी की मानें तो सुरक्षा के सभी मानकों का ख्याल रखते हुए मरीजों की लिस्ट तैयार की जाएगी। इसके बाद दिए गए टाइम पर बुलाकर ऑपरेशन किया जाएगा।

रिम्स में केवल इमरजेंसी

आई डिपार्टमेंट के ओपीडी में मरीज डॉक्टर से कंसल्ट करने को आ रहे हैं। लेकिन सिर्फ इमरजेंसी वाली मरीजों का आपरेशन किया जा रहा है। जबकि सामान्य मरीजों के लिए रेगुलर आपरेशन जल्द ही शुरू किया जाएगा। इसके लिए मरीजों की लिस्ट तैयार की जा रही है। वहीं देखा जा रहा है कि कितने मरीज आपरेशन कराने के लिए वेटिंग लाइन में है। इसके आधार पर ही मरीजों की डेट फिक्स की जाएगी। जबकि इमरजेंसी के आपरेशन पहले की तरह ही जारी रहेंगे।

कार्निया ट्रांसप्लांट को मिलेगी रफ्तार

राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स में कार्निया ट्रांसप्लांट भी शुरू किया गया है। लेकिन कोरोना की दस्तक के बाद से विभाग में केवल इमरजेंसी केस किए जा रहे हैं। ऐसे में जब रेगुलर आपरेशन शुरू हो जाएंगे तो कार्निया ट्रांसप्लांट को भी रफ्तार मिलेगी। वहीं जरूरतमंदों को कार्निया ट्रांसप्लांट भी किया जा सकेगा, जिससे वे एकबार फिर इस दुनिया को दूसरे की आंखों से देख सकेंगे। इतना ही नहीं, उनकी बेरंग दुनिया भी रंगीन हो जाएगी।

हर महीने होता था 100 आपरेशन

सिटी के सरकारी हॉस्पिटल्स में हर महीने एवरेज 100 मरीज मोतियाबिंद के आपरेशन के लिए आते थे। लेकिन कोरोना में यह रफ्तार लगभग बंद हो गई। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि एक हजार के करीब मरीजों को आपरेशन शुरू होने का इंतजार है। वहीं कई मरीजों की डिटेल तो डॉक्टरों ने रजिस्टर में नोट कर रखी है। जैसे ही आपरेशन शुरू होगा तो उन्हें इसकी सूचना दे दी जाएगी। वहीं लोगों को भी खुद से पहल करनी होगी तभी उनकी आंखों का आपरेशन हो सकेगा।

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हमारे यहां इमरजेंसी प्रोसीजर को कभी बंद नहीं किया गया। हमलोग कैट्रैक्ट सर्जरी शुरू करने जा रहे हैं और जल्द ही रेगुलर बेसिस पर सर्जरी शुरू की जाएगी। मरीजों की संख्या को देखते हुए निर्णय लिया जाएगा।

-डॉ राहुल प्रसाद, एचओडी आई, रिम्स

हमलोग पूरी तरह से तैयार हैं। कुछ जरूरी सामान की डिमांड की गई है। उसके बाद हमलोग भी रेगुलर बेसिस पर आपरेशन शुरू कर देंगे। चूंकि कोरोना फिलहाल जाने वाला नहीं है, ऐसे में सेफ्टी के साथ हम तैयार हैं।

डॉ वत्सल लाल, सदर