- जन औषधि केंद्र की दवाओं के लिए निकाला जा चुका है टेंडर

- दवाई दोस्त हटने के बाद सदर अस्पताल के जन औषधि केंद्र से होगी दवाओं की सप्लाई

- बिना एक्सटेंशन के ही चल रही थी दुकान : निदेशक

रांची : रिम्स परिसर में स्थित सस्ती दवाई की दुकान दवाई दोस्त को हटाने का फरमान रिम्स प्रबंधन ने जारी कर दिया है। रिम्स निदेशक डा। कामेश्वर प्रसाद ने बताया कि वे सिर्फ हाईकोर्ट के निर्देश का पालन कर रहे हैं। वे किसी के समर्थन या विरोध में नहीं है, दवाई दोस्त की दुकान को एक्सटेंशन नहीं मिला था, जिसके बाद गवर्निंग बॉडी से अनुमति नहीं मिली थी। इस कारण से दवाई दोस्त को एक माह यानी की अगस्त माह तक रिम्स से अपनी दुकान हटा लेनी होगी। इस बाबत उसे नोटिस भेजा जा चुका है।

कार्यअवधि समाप्त

पत्रकारों से बात करते हुए निदेशक ने बताया कि 28 जून 2016 को दवाई दोस्त की कार्यअवधि समाप्त हो गयी थी। उसी वक्त हटा देना चाहिए था, लेकिन बिना एक्सटेंशन के ही यहां दुकान चल रही थी। फिर भी एक महीने का समय दिया गया है, वैकल्पिक व्यवस्था तैयार करने को लेकर कहा कि जब तक जन औषधि की टेंडर प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती है, तब तक के लिए दवा सप्लाई की जिम्मेदारी सदर अस्पताल के जन औषधि केंद्र को दे दी गयी है। सदर अस्पताल से ही दवाओं की सप्लाई होगी जो जेनरिक दवाएं होगी और लोगों को सस्ते दर पर उपलब्ध करायी जाएगी। उन्होंने बताया कि इसमें हर तरह की दवाओं को मंगवाया जा रहा है, ताकि हर तरह के रोगियों को इससे लाभ मिल सके।

नहीं शुरू हुई प्रक्रिया

रिम्स निदेशक ने कहा कि 2016 में ही दवाई दोस्त का मूल्यांकन कर दुकान को एक्सटेंशन देना था। लेकिन प्रक्रिया हुई नहीं, जिस वजह अब तक दुकान बगैर किसी टेंडर के ही संचालित हो रही थी। पहले ही जीबी की 41वीं बैठक में एक्सटेंशन नहीं दिया गया था। उस समय के तत्कालीन निदेशक ने इसके बाद भी दुकान चलाने की अनुमति दे दी। इस पर निदेशक ने बताया कि इसका कारण उन्हें मालूम नहीं है, लेकिन जिस तरह से गलत काम किया गया है उसकी जांच करायी जाएगी।

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