रांची (ब्यूरो)। रिम्स के वर्तमान इमरजेंसी विभाग में बेड की कमी और मरीजों की संख्या ज्यादा है। ऐसे में रिम्स प्रबंधन के इस फैसले से इमरजेंसी के गंभीर मरीजों को काफी फ ायदा मिलेगा। अब जल्द सेंट्रल इमरजेंसी विभाग शुरू होगा, रिम्स के न्यू ट्रामा सेंटर एंड सेंट्रल इमेरजेंसी विभाग में 30 बेड अत्याधुनिक उपकरणों से लैस हैं, जिसमें डाक्टरों की अनुभवी विशेषज्ञ टीम अत्याधुनिक मेडिकल उपकरणों से गंभीर मरीजों का इलाज कर सकेगी।

पहले रहते थे कोरोना मरीज

रिम्स के ट्रामा सेंटर में कोरोना के मरीज भर्ती होते थे। इनको अब यहां से हटा दिया गया है। नई दिल्ली एम्स की तर्ज पर रिम्स में ट्रामा सेंटर एंड सेंट्रल इमरजेंसी विभाग का निर्माण किया गया था। मगर ट्रामा सेंटर के शुरू होते ही कोरोना संक्रमण ने राज्य में दस्तक दे दी। बीते दो वर्षो संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए रिम्स प्रबंधन ने न्यू ट्रामा सेंटर को कोविड वार्ड के रूप में विकसित कर दिया था। फि लहाल कोरोना संक्रमण के दो गंभीर मरीज ट्रामा सेंटर में भर्ती हैं। अब इन दोनों मरीजो को ट्रामा सेंटर के तीसरे तल्ले पर शिफ्ट कर 14 बेड कोरोना मरीजों के लिए सुरक्षित कर दिया गया है। ट्रामा सेंटर में अब दूसरी बीमारियों से ग्रसित गंभीर मरीजों का इलाज किया जा सकेगा।

100 बेड अब भी रिजर्व

अभी भी राज्य में हर दिन कोरोना के मरीज मिल रहे हैं। इसको लेकर रिम्स प्रशासन पहले से ही तैयारी कर रखा है। ट्रामा सेंटर को कोविड वार्ड से मुक्त करने के बाद कोरोना के संक्रमित करीब 100 मरीजों के इलाज की व्यवस्था अब मल्टी स्टोरेज पार्किंग में बने अस्थाई कोविड वार्ड में है। रिम्स में कोरोना संक्रमण का इलाज कराने आने वाले लोगों का इलाज अब यहां होगा।

बनाया था इंटीग्रेटेड कोविड सेंटर

राज्य में कोरोना की फस्र्ट वेव में ही रिम्स के न्यू ट्रामा सेंटर को इंटीग्रेटेड कोविड सेंटर बनाया गया था। जहां 100 से अधिक मरीजों के इलाज के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए थे, यहां राज्य के अलावा दूसरे राज्यों से आए मरीजों का भी इलाज किया गया। काफी संख्या में मरीज कोविड को मात देकर घर भी लौट गए। अब इसको दूसरी बीमारी के मरीजों के इलाज के लिए तैयार किया जा रहा है।

मरीजों को मिलेगी राहत

इस सेंटर में ट्रामा और इमरजेंसी के लिए 50-50 बेड रिजर्व रखे गए है। जहां पर गंभीर मरीजों के इलाज के लिए सभी इंतजाम हैं। इसके अलावा अब इस सेंटर में ही सीटी स्कैन और सेंट्रल लैब की सुविधा भी मरीजों के लिए शुरू कर दी गई है, जिसका सीधा फायदा इलाज के लिए आने वाले मरीजों को मिलेगा। वहीं गंभीर मरीजों की समय रहते जान बचाई जा सकेगी।