रांची: रांची की सड़कों को दुरुस्त करने की नगर निगम की ओर से पहल की गई है। लगभग 100 सड़क और नाली की रिपेयरिंग के लिए कांट्रेक्ट निकल चुका है। लेकिन इसके लिए कांट्रैक्टर्स को जो समय सीमा दी गई है, वो काफी कम है। इस कारण रोड बनाने का कांट्रेक्ट लेने वाले सभी ठेकेदार परेशान हैं। दरअसल, सिटी में सड़क और नाली निर्माण का समय ढाई महीना दिया गया है। लेकिन अगले तीन महीने बारिश का मौसम है, जिसमें काम हो पाना असंभव है। नगर निगम ने कांट्रैक्ट निकाल कर अपना पल्ला तो झाड़ लिया है, लेकिन इसे पूरा कैसे किया जाए, इस बारे में निगम के पास कोई सटीक जानकारी नहीं है। सड़क का टेंडर जून महीने में ही निकाला गया था। लेकिन एसओआर में गड़बड़ी होने की वजह से टेंडर एक महीने के लिए बढ़ा दिया गया था। एसओआर में सुधार के बाद अब ठेकेदारों को टेंडर दे दिया गया है। आने वाला समय बरसात से भरा होगा इसकी जानकारी नगर निगम को भी है। लेकिन हकीकत जानते हुए भी नगर निगम ने ठेकेदारों को ढाई महीने का टास्क दे दिया है। वहीं, कुछ ठेकेदारों का कहना है कि जिसके पास बालू का स्टॉक है, वो दोगुने दाम में बेच रहा है। क्रशर भी बरसात में बंद है। गिट्टी भी महंगी मिल रही है।

पसोपेश में ठेकेदार

सिटी के ठेकेदार अब पसोपेश में हैं। विभाग के दबाव के कारण मजबूरी में टेंडर तो उठा लिया लेकिन अब समय सीमा में काम पूरा कैसे होगा, इसकी चिंता उन्हें खाई जा रही है। ठेकेदारों का कहना है कि बरसात के अलावा माल स्टॉक की भी समस्या है। इन दिनों बालू की परेशानी भी बढ़ी हुई है। बालू स्टॉक करने का भी निर्देश नहीं है। ऐसे में स्वाभाविक रूप से परेशानी बढे़गी। कोविड-19 में बालू और दूसरे मैटेरियल को कहीं भी स्टॉक नहीं करने को कहा गया है। इन सभी बातों से भी संवेदकों की चिंता बढ़ी हुई है। इसके अलावा ठेकेदारों का कहना है कि नगर निगम टाइम के आधार पर राशि तय करता है। जबकि वर्क ऑफ नेचर के आधार पर यह तय होना चाहिए। करोड़ों रुपए का टेंडर तो निकाल दिया गया है लेकिन इसे कैसे पूरा किया जाएगा, इस पर कोई तैयारी नहीं है। विभाग के दबाव के कारण नगर निगम ने टेंडर निकाल दिया। यदि बारिश के मौसम में काम होता भी है तो इसकी क्वालिटी सही नहीं होगी।

दो साल नहीं बनी सड़क-नाली

शहर की कई सड़कें जर्जर हो चुकी हैं। बीते दो साल से अधिकतर सड़कों की रिपेयरिंग नहीं हुई है। वहीं, कई इलाकों में नाली निर्माण के लिए भी दो साल से इंतजार हो रहा है। लेकिन जब यह टेंडर निकला भी तो बरसात का सीजन आ चुका है। इसका साफ मतलब है कि इस बारिश में भी लोगों को टूटी और जर्जर सड़क पर ही चलना होगा। नगर निगम के पदाधिकारियों का कहना है कि सिटी में 101 योजनाओं पर जल्द से जल्द काम शुरू होगा। समय सीमा में काम पूरा करने के लिए सभी संवेदकों को सख्त आदेश दिया गया है। संवेदकों को वर्क आर्डर जारी करने से पहले एग्रीमेंट के लिए ऑफिस बुलाया जा रहा है।

नगर निगम की ओर से वर्क ऑर्डर पूरा करने की समय सीमा निर्धारित की गई है। लेकिन बारिश के अलावा मैटेरियल की भी समस्या है। ऐसे में निश्चित समय पर काम पूरा करना मुश्किल होगा, लेकिन हम सभी का पूरा प्रयास होगा कि समय पर काम पूरा हो जाए।

- राकेश चौधरी, अध्यक्ष, नगर निगम संवेदक संघ