रांची (ब्यूरो)। शुक्रवार हो हुए दंगे के बाद शनिवार को राजधानी रांची बिल्कुल शांत दिखी। सिटी में हर तरफ सन्नाटा पसरा रहा। राजधानी रांची के हर लोकेशन पर पुलिस बल की भारी तैनाती की रही। तनाव को देखते हुए राजधानी के 12 थाना क्षेत्रों में प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दिया, जिसके बाद सिटी की लगभग सभी दुकानें बंद रहीं। लोग अपने-अपने घरों में कैद रहे। इस दंगे में सबसे ज्यादा परेशानी आम पब्लिक को झेलनी पड़ी।
यात्रियों को परेशानी
बाहर से रांची आने वाले और रांची से बाहर जाने वाले यात्रियों को काफी अधिक परेशानी हुई। रेलवे स्टेशन एवं बस स्टैंड पर इक्के-दुक्के ऑटो ही दिखे, जिस कारण यात्रियों को पैदल ही अपनी मंजिल तक जाना पड़ा। वहीं जो ऑटो चालक सवारी बिठा रहे थे। उनमें कुछ मनमाना भाड़ा वसूलते भी दिखे। पैसेंजर्स की मजबूरी का फायदा उठाते हुए ऑटो चालकों ने अनाप-शनाप भाड़ा वसूलने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
मोहल्लों में भी सन्नाटा
शनिवार को सड़के वीरान रहीं। लॉकडाउन की तरह मंजर नजर आया। पंडरा, पिस्का मोड़, रातू रोड, अपर बाजार, मेन रोड, लालपुर, कांटाटोली, डोरंडा, चुटिया, बरियातू सभी इलाकों में सन्नाटा पसरा रहा। इतना ही नहीं, मोहल्लों और कॉलोनियों में भी असर देखा गया। गलियों में भी दुकाने बंद रहीं। चौक-चौराहों पर जो कुछ लोग खड़े दिखे, लेकिन वहां भी सिर्फ शुक्रवार की घटना ही चर्चा का विषय बनी रही।
जेनरल स्टोर में भीड़
शहर में निषेधाज्ञा लगने के बाद किराने की दुकानों पर आम लोगों की भीड़ दिखी। दरअसल हालत ज्यादा दिनों तक खराब होने की आशंका जताते हुए लोगों ने राशन पहले से ही जुगाड़ करना शुरू कर दिया। हालांकि, कुछ देर बाद पुलिस ने किराने की दुकानों को भी बंद करवा दिया। सिर्फ इमरजेंसी सेवा छोड़ बाकी सभी दुकानों को बंद कराया गया।
इंटरनेट सेवा बंद
शनिवार को पूरे दिन इंटरनेट सेवा बंद रही। शुक्रवार रात साढ़े आठ बजे से ही राजधानी रांची में इंटरनेट सर्विस बंद है। किसी तरह की कोई अफवाह न फैले, इसे ध्यान में रखते हुए इंटरनेट सर्विस अगले आदेश तक बंद कर दी गई है। इंटरनेट बंद होने के कारण लोगों को थोड़ी मुश्किलें जरूर हुईं, लेकिन स्थिति नियंत्रित रही।
प्लीज, घर से बाहर न निकलें
रांची की सड़कों पर प्रशासन की ओर से घरों से बाहर नहीं निकलने का अनाउंसमेंट कराया गया। सिटी की विभिन्न सड़कों में प्रचार गाड़ी द्वारा निषेधाज्ञा लगाने की सूचना दी गई। लोअर बाजार, कोतवाली, डेली मार्केट, लालपुर, सुखदेव नगर, चुटिया, डोरंडा, अरगोड़ा, बरियातू, जगन्नाथपुर और पंडरा ओपी क्षेत्र में धारा 144 लागू होने की सूचना दी गई।
स्टेशन बना आशियाना
बाहर से आने वाले लोगों ने रेलवे स्टेशन को ही आशियाना बना लिया। कोई बिहार, कोई यूपी तो कोई पंजाब से रांची आया था। यात्रियों ने बताया कि ऑटो नहीं मिलने कारण स्टेशन पर ही रुक गए। पूरी रात स्टेशन पर ही गुजारने की बात यात्रियों ने कही। रविवार को हालत में सुधार आने के बाद वे अपने-अपने घर और दूसरे स्थानों पर जाएंगे।
इंतजार करते रहे मजदूर
अचानक हुई इस बंदी का सबसे ज्यादा मजदूरों और डेली कमाने-खाने वालों पर पड़ा है। शुक्रवार को दोपहर बाद दंगा हुआ। शनिवार को सुबह से सिटी में बंद का ऐलान कर दिया गया। इन सबसे बेखबर मजदूर हर दिन की तरह शनिवार को भी काम पर निकले। लेकिन शनिवार को उन्हें काम नहीं मिला। बिना काम के ही मजदूरों को वापस लौटना पड़ा।

लोगों ने बताई परेशानी
बनारस जाने के लिए निकले थे। जाना जरूरी है। लेकिन एक भी पैसेंजर व्हीकल नहीं चल रहा है। जिससे पैदल ही रेलवे स्टेशन जा रहे हैं।
- विकास

गाड़ी शाम पांच बजे की है। परेशानी देखते हुए दो बजे ही घर से निकल गए। पैदल जाने में थोड़ा समय लग जाएगा। स्टेशन पर ही थोड़ा इंतजार कर लेंगे।
- शिवा

अचानक हुई इस बंदी से परेशानी तो हुई है। लेकिन घर जाना भी जरूरी है। बहन की शादी है। टिकट कनफर्म था, इसलिए पैदल ही स्टेशन के लिए निकल गए।
- विनित

कुछ भी होता है तो उसमें आम पब्लिक को ही मुश्किलें होती हैं। दंगा फसाद न हो, माहौल न बिगड़े इसके लिए पुलिस प्रशासन को ज्यादा ध्यान होगा।
रितेश