-डेली सैकड़ों लोग सेंटर पर जाकर करते हैं कैश ट्रांजेक्शन

-किसी भी सेंटर पर सैनेटाइजर नहीं है अवेलेबल

एटीएम सेंटर पर कोरोना वायरस से बचाव के कोई उपाय नहीं किए गए हैं। सेंटर पर ना तो सैनेटाइजर की व्यवस्था की गई है और ना ही यहां पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड को हैंड गलव्स ही दिया गया है। लॉकडाउन हुए दस दिन बीत चुके हैं। सरकार लगातार इस वायरस से बचने की अपील कर रही है। इसके बावजूद एटीएम सेंटर में सैनेटाइजर की व्यवस्था नहीं होना लापरवाही ही दर्शाता है। इधर, मार्केट या दुकानें खुली हुई हैं वहां सैनेटाइजर की व्यवस्था करने को कहा गया है। लेकिन एटीएम सेंटर जहां लॉकडाउन के वक्त भी लोग अपनी जरूरत के अनुसार करेंसी निकालने आते हैं। यहां पर भी सैनेटाइजर की व्यवस्था होनी चाहिए थी। कई सरकारी दफ्तरों, सुपर मार्केट व अन्य स्थानों पर लोगों के अंदर आने से पहले हैंड सैनेटाइज कराया जाता है लेकिन एटीएम सेंटर पर इसका कोई इंतजाम ही नहीं है। सिक्योरिटी गार्ड से सैनेटाइजर मांगने पर वे भी नहीं होने की बात करते हैं। यानी एटीएम सेंटर में कोरोना फैलाने का पूरा इंतजाम है।

कंपनी ने नहीं दिया

कडरू स्थित एसबीआई एटीएम सेंटर पर तैनात सुचित्रा से जब हैंड सैनेटाइजर मांगा गया तो उसने यह कहते हुए मना कर दिया कि उसके पास सैनेटाइजर ही नहीं है। पैसे निकालने आए लोगों ने भी हैंड सैनेटाइजर की डिमांड की, लेकिन गार्ड ने सभी को मना कर दिया। सिक्योरिटी गार्ड सुचित्रा ने बताया कि कंपनी से कई बार सैनेटाइजर देने को कहा गया, लेकिन कंपनी के अधिकारी ना तो सैनेटाइजर दिए हैं और ना ही मास्क और ना हैंड ग्लव्स ही। ऐसे में संक्त्रमण का खतरा ड्यूटी पर तैनात गार्ड को भी हो सकता है। कई तरह के लोग एटीएम सेंटर पैसे निकालने आते हैं।

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परिवार चलाएं या सैनेटाइजर खरीदें

अशोक नगर स्थित एसबीआई सेंटर की सिक्योरिटी गार्ड रश्मि ने एक डब्बा दिखाते हुए बताया कि हमने खुद से ही सैनेटाइजर खरीदा था। 50 एमएल का डब्बा 100 रुपए दी थी। लेकिन दस दिन में खत्म हो गया। अगर लोगों को यूज करने देते तो दो दिन भी नहीं चलता। यहां बैंक या सिक्योरिटी एजेंसी को इसकी व्यवस्था करनी चाहिए थी। कई बार डिमांड भी की गई, लेकिन एजेंसी वाले कहते हैं खुद से खरीद लो। रश्मि ने बताया कि हमलोगों को सात से आठ हजार रुपए वेतन ही मिलता है। इसमें घर-परिवार चलाएं या सैनेटाइजर, मास्क और हैंड ग्लव्स खरीदें।

एटीएम सेटर पर ध्यान नहीं

कोरोना वायरस से बचाव के हर संभव प्रयास किए जा रहे है। लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग से लेकर मास्क् लगाने हैंड सेनेटाइज करने एवं अन्य उपाय बताये जा रहे है। लेकिन एटीएम सेंटर को आज भी नजर अंदाज किया जा रहा है। जेबकि लॉकडाउन के समय भी इन सेंटरों पर हर दिन सैकडों लोगों का आना जाना रहता है। एक और तो सडकों गलियों, दुकानों पर छिडकाव पर सेनेटाइज किया जा रहा है लेकिन एटीएम सेंटर पर न तो कोई छिडकाव हो रहा है और न यहां सेनेटाइजर उपलब्ध कराया गया है।

एटीएम कार्ड पर भी वायरस

एटीएम कार्ड पर 24 घंटे तक कोरोना वायरस एक्टिव रह सकता। जिससे संक्त्रमण का खतरा ज्यादा है। एटीएम में कैश निकालने के लिए हर दिन सैकडों को लोग विजीट करते है। एटीएम के की पैड को हीट करना पडता है। इसके अलावा एटीएम सेंटर में दरवाजों के हैंडल को भी सेनेटाइज करना लेकिन फिलहाल िसिटी में इस बात अहम विषय पर न तो बैंक, न सिक्युरिटी एजेंसी, न जिला प्रशासन और न ही नगर निगम कोई ध्यान दे रहा है।