रांची: सदर हॉस्पिटल सुपरस्पेशियलिटी राजधानी का दूसरा सबसे बड़ा सरकारी हॉस्पिटल है, जहां रिम्स के बाद सबसे ज्यादा मरीज इलाज के लिए आते हैं। लेकिन, इस हॉस्पिटल में मरीजों को खर्च के बावजूद बेहतर सुविधाएं नहीं मिल पातीं। लेकिन गुरुवार को हॉस्पिटल का नजारा बिल्कुल ही बदला हुआ था। वहीं एक-एक चीज अपनी जगह पर रखी थी। इतना ही नहीं, मरीजों के खाने का मेन्यू भी बदला हुआ था। आखिर हो भी क्यों न हेल्थ डिपार्टमेंट के ज्वाइंट सेक्रेटरी हॉस्पिटल का इंस्पेक्शन करने जो आए थे। ऐसे मेंमरीज कह रहे हैं कि सेक्रेटरी साहब आप रोज आइए, ताकि हॉस्पिटल की व्यवस्था दुरुस्त रहे।

गाढ़ी दाल व पनीर की सब्जी

वैसे तो मरीजों को हर दिन खाने में पानी वाली दाल और सामान्य सब्जी परोसी जाती है, जिसका न तो रंग होता है और न ही स्वाद। ऐसे में मरीजों के पास भी बाहर से खाने का कोई आप्शन नहीं होता तो वे इसी खाने से काम चला लेते हैं। लेकिन गुरुवार को उन्हें गाढ़ी दाल और मिक्स सब्जी परोसी गई, जिसमें पनीर भी डाला गया। इसके अलावा हाइजीन का भी पूरा ध्यान रखा गया।

रोटी मेकर निकला स्टोर से बाहर

वैसे तो मरीजों के लिए रोटी बड़े से तवे पर बनाई जाती है, जिसमें रोटी सेंकने का कोई आप्शन नहीं होता। जिससे कि कई बार रोटियां तवे पर जल जाती हैं तो कुछ कच्ची भी रह जाती हैं पर सेक्रेटरी साहब के आते ही रोटी मेकर मशीन को स्टोर से बाहर निकाल लिया गया, जिसमें रोटी पकाने के अलावा सेंकने की भी फैसिलिटी दी गई है। इसी मेकर में सेक्रेटरी के अलावा अन्य डॉक्टरों के लिए रोटी बनाई गई।

बरामदे से गायब हुई गाडि़यां

सामान्य दिनों में हॉस्पिटल की बिल्डिंग के बाहर बरामदे में ही लोग गाडि़यां पार्क कर देते हैं। सेक्रेटरी के आने की खबर पर पूरे हॉस्पिटल एरिया को खाली करा दिया गया। एक-दो लोगों ने गलती से गाड़ी लगा दी लेकिन उसे भी बाद में हटा दिया गया, जिससे कि इलाज के लिए आने वाले मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। चूंकि लोग गेट से लेकर अंदर हॉस्पिटल में भी गाडि़यां पार्क कर देते हैं। इसके अलावा अधूरा काम छिपाने के लिए जगह-जगह पर कोरोना अवेयरनेस वाले फ्लेक्स लगा दिए गए, जिससे कि उस तरफ साहब की नजर न पड़े।