रांची: बंदगांव में पुलिस के साथ पीएलएफआई के जबरदस्त मुठभेड़ के बाद शनिवार की अहले सुबह रांची की सीमाओं को भी सील करते हुए सुरक्षा सख्त कर दी गई। बॉर्डर एरिया से गुजरने वाले हर वाहन की जांच की गई साथ ही इंटीरियर इलाकों में पुलिस ने जबरदस्त पेट्रोलिंग चलाई। झारखंड के पश्चिम सिंहभूम के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र सिंदरीबेड़ा पंचायत के मनमारू की पहाड़ी पर शुक्रवार की शाम झारखंड जगुआर और जिला पुलिस द्वारा पीएलएफआई के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन के दौरान मुठभेड़ हो गई। दोनों ओर से सैकड़ों राउंड गोली चली। पुलिस सूत्रों की मानें तो मुठभेड़ में कई उग्रवादी घायल हो गए हैं। घटनास्थल से खून के धब्बे मिले हैं।

एमएमजी समेत 10 हथियार बरामद

मुठभेड़ में किसी पुलिसकर्मी के हताहत होने की सूचना नहीं है। मुठभेड़ के दौरान पीएलएफआई का दस्ता जंगल में भाग गया। वहीं झारखंड जगुआर और जिला पुलिस ने जंगल में सर्च अभियान चलाया। इस दौरान घटनास्थल से एमएमजी (मीडियम मशीन गन) समेत पुलिस ने 10 राइफल व काफी संख्या में कारतूस बरामद किया है।

स्पॉट पर पहुंचे एसपी

मुठभेड़ की सूचना पर पश्चिमी सिंहभूम एसपी अजय लिंडा भी दल बल के साथ पहुंचे। रात होने की वजह से पुलिस ने सर्च अभियान बंद कर दिया है। सभी पुलिसकर्मी व झारखंड जगुआर के जवानों को रात में उक्त स्थल पर ही कैंप करने का निर्देश दिया। शनिवार की सुबह पूरे इलाके की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन चलाया गया।

दिनेश गोप व अवधेश जायसवाल की सूचना

पुलिस अधिकारियों को सूचना मिली थी कि दिनेश गोप और अवधेश जायसवाल उस इलाके में कैंप कर रहा है। पीएलएफआई का सब जोनल कमांडर अजय पूर्ति समेत दस्ता के 10 से 12 सदस्य उनकी घेराबंदी करते हुए टेबो घाटी की ओर घूम रहे हैं। इसकी सूचना मिलने पर रांची से झारखंड जगुआर और जिला पुलिस की टीम ने शुक्रवार को एएसपी (अभियान) नाथू सिंह मीणा की अगुवाई में क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया।

पुलिस को देखते ही उग्रवादियों की फायरिंग

इसी बीच पीएलएफआई दस्ता ने पुलिस व झारखंड जगुआर के जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। बचाव में जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की। पीएलएफआई सदस्यों की संख्या कम होने के कारण वे जंगल की ओर भाग खड़े हुए। पुलिस किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।

मनमारु पहाड़ी है नक्सलियों की सेफ जोन

मालूम हो कि मनमारू पहाड़ी नक्सलियों का सेफ जोन माना जाता है। यहां पर नक्सली अपनी गतिविधियों को आसानी से अंजाम देकर दूसरे जिले में चले जाते हैं यह पहाड़ी गुदड़ी और खूंटी जिला की सीमा पर स्थित है। यह स्थान बंदगांव थाना से लगभग 32 किलोमीटर दूर है। पिछले वर्ष इसी पहाड़ी पर नक्सली और पुलिस के बीच भी मुठभेड़ हुई थी।

झारखंड जगुआर और जिला पुलिस द्वारा पीएलएफआई के खिलाफ सर्च अभियान चलाया गया था। इसी क्रम में मुठभेड़ हुई है। पुलिस ने कुछ हथियार भी बरामद किया है। कोई जवान हताहत नहीं हुआ है। नक्सलियों व पीएलएफआई के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जाएगा।

-राजीव रंजन सिंह, डीआइजी, कोल्हान