नाम: रीना सिंह

डेजिग्नेशन : डायरेक्टर एंड प्रिंसिपल, हेलो किड्स, हटिया

अवा‌र्ड्स: ब्रेनफीड स्कूल एक्सीलेंस अवार्ड, बेस्ट इमर्जिग स्कूल अवार्ड, इंडियाज बिजनेस कॉनक्लेव अवार्ड

हसबैंड : दीपक कुमार, डीजीएम (आरएंडी) सेल

बेटी: स्वाति सिंह, स्टूडेंट, बीआईटी मेसरा

बेटा: आदित्य सिंह, स्टूडेंट, डीपीएस

एजुकेशन : बीएड, डिप्लोमा इन अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेशन

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से इंटरनेशनल वीमेंस डे को लेकर नारी द फाइटर सिरीज के तहत आज हम आपको रू-ब-रू करा रहे हैं सिटी की हटिया निवासी रीना सिंह से। रीना बताती हैं कि शुरू से इनके मन में इच्छा थी सेल्फ डिपेंडेंट बनने और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कुछ करने की। यही कारण है कि शादी के बाद भी अपने मिशन को पूरा किया। रीना ने बताया कि शादी के बाद उन्होंने अपनी प्रायोरिटी पर बच्चों को रखा और जब बच्चों का बेस तैयार हो गया तो उन्होंने अपनी मंजिल की तलाश शुरू की।

टीचर की जॉब से शुरुआत

शादी के कुछ साल बाद रीना ने हटिया के एक प्ले स्कूल को ज्वाइन किया। वो कहती हैं कि वो चाहती तो अपनी डिग्री के अनुसार हाई स्कूल में भी टीचर बन सकती थीं, लेकिन उन्होंने प्ले स्कूल को चुना इसका मकसद था बच्चों का बेस ऐसा तैयार करना जो पढ़ाई के साथ-साथ सोसाइटी के लिए भी रिस्पांसिबल बन सकें। वहां दो साल जॉब करने के बाद उन्हें लगा कि ये उनकी मंजिल नहीं है और उन्होंने रिजाइन कर दिया।

2015 में खुद के प्ले स्कूल की शुरुआत

साल 2015 में रीना सिंह ने हटिया में ही अपना प्ले स्कूल खोला और बच्चों के बेस पर फोकस किया। इसके साथ ही उन्होंने वीमेन इम्पावरमेंट को प्रमोट करने के लिए स्कूल में सारे टीचिंग और नन-टीचिंग स्टाफ में महिलाओं को जॉब दिया। रीना बताती हैं कि स्कूल में सिर्फ उनका ड्राइवर पुरुष है और बाकी सभी स्टाफ महिलाएं ही हैं। वो चाहती हैं कि ये महिलाएं भी उनके साथ जुड़कर अपनी मंजिल तक पहुंचे। पिछले पांच साल में रीना सिंह ने अपने स्कूल के बिजनेस को इस शानदार ढंग से हैंडल किया है कि इस दौरान तीन अवार्ड से भी सम्मानित हो चुकी हैं।