RANCHI: राजधानी की सफाई व्यवस्था नगर निगम ने प्राइवेट हाथों में सौंप दी है। नई एजेंसी सीडीसी ने डोर टू डोर कलेक्शन शुरू कर दिया है। अब नई व्यवस्था के तहत एजेंसी नए-नए प्रयोग करने जा रही है, जिसमें सबसे पहले हर घर में डस्टबिन दिए जाएंगे। ऐसे में अब लोगों को हजा‌र्ड्स वेस्ट के लिए अलग डस्टबिन दिया जाएगा, जिससे लोगों को हर हाल में हजा‌र्ड्स वेस्ट उसी डस्टबिन में डालना होगा। इससे वह दूसरे वेस्ट के साथ मिक्स नहीं होगा और डिस्पोजल में भी ज्यादा दिक्कत नहीं आएगी। चूंकि गीला वेस्ट सीधे डंपिंग यार्ड भेज दिया जाएगा।

तीनों डस्टबिन में डालना होगा कचरा

सिटी में दो लाख से अधिक हाउस होल्डर्स रजिस्टर्ड हैं। ऐसे में एजेंसी को हर हाउस होल्ड के लिए 6 लाख डस्टबिन खरीदना होगा। इसके बाद ये सभी घरों में बांट दिए जाएंगे, जिसमें एक डस्टबिन गीले कचरे के लिए, दूसरा सूखा कचरा और तीसरा डस्टबिन हजा‌र्ड्स वेस्ट के लिए होगा। ऐसे में लोगों को इन तीनों डस्टबिन में कचरा डालना होगा।

सेग्रीगेट करना होगा घर में

लोगों को कचरा अपने घर पर ही सेग्रीगेट करना होगा। इसके बाद ही एजेंसी के लोग कचरा उठाकर ले जाएंगे। इसलिए हरे डस्टबिन में गीला कचरा, रसोई का कचरा, फल के छिलके, सड़े फल, सब्जी, बचा भोजन, अंडे के छिलके डालना होगा। जबकि नीले डस्टबिन में प्लास्टिक, बोतलें, कप, प्लेट, पैकेट, अखबार, डिब्बे, बॉक्स, पुराने कपड़े डालेंगे। वहीं डायपर, सेनिटरी पैड, पट्टियां, टिशू पेपर, रेजर, यूज्ड सीरिंज, ब्लेड, स्लाइन की बोतलें उसी डस्टबिन में डालनी होगी। हजा‌र्ड्स वेस्ट को लाल डस्टबिन में डालना होगा।

गाडि़यों में भी सेपरेट चैंबर

डोर टू डोर कलेक्शन के लिए आने वाली गाडि़यों में सभी वेस्ट के लिए अलग चैंबर होंगे, जिससे कि घरों से कचरा उसी चैंबर में डाला जाएगा। ये गाडि़यां एमटीएस में जाकर सीधे कचरा डालेगी। वहां से गीला कचरा डिस्पोजल के लिए डंपिंग यार्ड भेज दिया जाएगा। वहीं ड्राई वेस्ट और इ वेस्ट को कबाड़ में अलग कर बेचा जाएगा। इससे पर्यावरण को नुकसान नहीं होगा और रोड पर घूमने वाले आवारा जानवरों को भी नुकसान नहीं होगा।

घर के बाहर खुद लाना होगा कचरा

एजेंसी की गाडि़यां हर दिन डोर टू डोर कलेक्शन का काम कर रही हैं। अब लोगों को घरों का कचरा सेग्रीगेट तो करना ही होगा। वहीं डस्टबिन लेकर गेट पर भी आना होगा। इसके बाद ही गाड़ी में ड्यूटी पर तैनात स्टाफ डस्टबिन लेकर कचरा डालेगा। इसके बाद डस्टबिन लौटा दिया जाएगा, जिससे कचरा किसी दूसरे कचरे के साथ मिक्स नहीं होगा।

पहले तो हमारी दो डस्टबिन देने की योजना है। इसके बाद हर घर में एक तीसरी स्मॉल डस्टबिन भी दी जाएगी। डोमेस्टिक हजा‌र्ड्स वेस्ट के लिए अलग डस्टबिन होगी। इसपर हमलोग जल्द काम शुरू कर देंगे तो वेस्ट डिस्पोजल करना आसान हो जाएगा।

-राजेश कुमार मिश्रा, सीडीसी