- लोगों ने शॉपिंग के साथ खूब की मौज-मस्ती

-मेले में सूप, दौरा, मिट्टी के दीये का भी लगा है स्टॉल

- महिलाओं ने घरेलू सामानों की जमकर की खरीदारी

- हाईटेक नर्सरी का भी लगा है स्टॉल

- आयुष्मान कार्ड एवं वोटर आईडी कार्ड भी बनाया जा रहा है

RANCHI (17 Oct): रांची के मोरहाबादी मैदान में चल रहे झारखंड आईएएस वाइव्स एसोसिएशन (जेसोवा) दिवाली मेले के पहले दिन गुरुवार को भारी भीड़ उमड़ी। मेले में लोग शॉपिंग के साथ-साथ मौज, मस्ती करते नजर आए। शाम होते ही मेला परिसर में लोग सपरिवार पहुंचकर खरीदारी के साथ-साथ इंज्वाय भी करते नजर आए। मेले में लोगों ने लजीज व्यंजनों का भी आनंद लिया। जेसोवा का दिवाली मेला 21 अक्टूबर तक चलेगा।

महिलाओं के लिए है खास

मेले में राज्य की महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा घरेलू उपयोग के उत्पाद से संबंधित विभिन्न प्रकार के स्टाल लगाए गए हैं। इसमें पापड़, अचार, दाल सहित कई प्रकार के खाने-पीने के उत्पाद शामिल हैं। महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा बनाए गए चप्पल भी उचित मूल्य पर लोगों को मिल रहे हैं। जेसोवा दिवाली मेले में पहुंचे लोगों का संथालपरगना की पारंपरिक नृत्य शैली दोंग ने मन मोहा। मेले में महिलाएं घरेलू सामानों के प्रति ज्यादा आकर्षित होती दिख रही हैं, महिलाएं बांस आधारित उत्पादों की भी खरीदारी कर रही हैं। मेले में महिलाओं के लिए तरह-तरह के डिजाइन और गुणवत्ता वाले कपड़ों का कलेक्शन उपलब्ध है। देश के विभिन्न राज्यों से पहुंचे वस्त्र विक्रेताओं ने मेले में अपना स्टॉल लगाया है।

सामान के हैं कई रेंज

मेले में खादी के कपड़े, सिल्क और चंदेरी सिल्क की साडि़यां, गुजराती-बनारसी साडि़यां, रामपुर की साड़ी एवं सूट, टेराकोटा एवं जूट के उत्पाद, घरेलू इस्तेमाल के लिए बांस के विभिन्न उत्पाद, महिलाओं के लिए लेदर बैग्स, फैंसी चप्पल, जयपुरी लाह की चूडि़यां, फैंसी कांच की चूडि़यां, श्रृंगार के सामान, आर्टिफि शियल ज्वेलरी, भदोही का कारपेट, विंटर सीजन के लिए कपड़े, पुरुषों के लिए हाफ डिजाइनर बंडी, ब्लेजर, लेदर बेल्ट, फैंसी कुर्ते, देश-विदेश के फैंसी बुटीक इत्यादि के रेंज भारी मात्रा में उपलब्ध हैं।

सूप, दौरा, मिट्टी के दीये भी

मेले में दीपावली और छठ पूजा को देखते हुए बांस से बने सूप, दौरे, टोकरी इत्यादि सामान भी बिक रहे हैं। छठ व्रती मेले से सूप, दौरा, टोकरी इत्यादि सामान खरीद रहे हैं। त्यौहार का समय होने के कारण मांग अधिक है। दीपावली का त्यौहार नजदीक होने के कारण मिट्टी के दीयों की मांग बढ़ी है। मेले में मिट्टी के दीये 120 रुपए प्रति सैंकड़ा के हिसाब से बेचे जा रहे हैं। झास्कोलैम्प द्वारा मिट्टी के मॉडर्न दीये भी बेचे जा रहे हैं।