RANCHI ट्ठ राज्य के युवाओं को चरणबद्ध तरीके से हुनरमंद बनाया जाएगा। मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया के मद्देनजर युवाओं के स्किल डेवलपमेंट की सबसे ज्यादा जरूरत है। मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सह उद्योग सचिव सुनील कुमार वर्णवाल ने सोमवार को सिपेट की क्षेत्रीय परामर्शदात्री समिति की मीटिंग में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि सिपेट अपने वर्तमान संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग करते हुए राज्य के युवाओ को हुनरमंद बनाने में अपना अहम योगदान दें।

इन मुद्दों पर विचार विमर्श

सिपेट की क्षेत्रीय परामर्शदात्री समिति की पहली बैठक में रांची के लिए बीई व बीटेक छात्रों के पीजी डिप्लोमा के लिए सीटों का निर्धारण, कौशल प्रशिक्षण के आवासीय कार्यक्त्रम के तहत छात्राओं के आवासन हेतु ग‌र्ल्स होस्टल के प्रस्ताव आदि पर विचार किया गया। प्लास्टिक प्रोसेसिंग तथा क्वालिटी कंट्रोल से सम्बद्ध सभी कौषल प्रषिक्षण के लिए राज्य स्तर पर सिपेट को नोडल एजेंसी बनाने हेतु प्रस्ताव पर भी आरएसी में विचार किया गया।

मई 2017 में बना सिपेट, चार माह में होनी है मीटिंग

उद्योग सचिव ने कहा कि झारखण्ड में सिपेट की शुरूआत मई 2017 में हुई। इसके बाद जनवरी 2018 में सिपेट के कायरें के मूल्यांकन एवं प्रगति की समीक्षा के लिए तथा बेहतर कार्य हेतु परामर्श देने के उद्देश्य से क्षेत्रीय परामर्षदात्री समिति का गठन उद्योग विभाग द्वारा किया गया। प्रत्येक चार माह पर इसकी बैठक होगी।