RANCHI:राजधानी रांची में अब दूसरे शहर या राज्य से भी गाड़ी लाकर ट्रैफिक रूल्स तोड़ना महंगा पड़ने वाला है। रूल्स वॉयलेशन पर अब देश के किसी भी कोने की गाड़ी का चालान रांची में कट सकेगा। क्योंकि स्मार्ट सिटी कमांड कंट्रोल सिस्टम से इसे जोड़ दिया गया है। अब शहर के सभी चौराहों पर रांची से बाहर की गाडि़यों का ऑनलाइन चालान आसानी से कट जाएगा। अब तक डेटा न होने के कारण ट्रैफिकवॉयलेशन पर भी पुलिस ऐसी गाडि़यों का चालान नहीं कर पाती थीं। लेकिन, अब देश में रोजाना जितनी भी गाडि़यां डीटीओ ऑफिस में रजिस्टर्ड होंगी, सभी का डाटा रोजाना मिल जाएगा।

एक लाख गाडि़यां दूसरी सिटी से

ट्रैफिक पुलिस डिपार्टमेंट नेशनल डाटा से कनेक्ट था, तो उन्हें ई चालान करने में प्रॉब्लम नहीं आ रही थी। वहीं, स्मार्ट सिटी के तहत बने कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में बाहर की गाडि़यों की डिटेल न होने से चालान नहीं कट पा रहे थे, लेकिन अब यह समस्या दूर हो गई है। नेशनल डेटा से कनेक्ट कर बाहर की गाडि़यों के ट्रैफिक वॉयलेशन करने पर भी चालान भी काटा जाएगा। बता दें कि सिटी में लगभग 1 लाख से ज्यादा गाडि़यां रोजाना बाहरी जिलों से आती और जाती हैं।

कहीं भी पहुंच जाएगा चालान

अगर आप रांची के बाहर किसी दूसरे शहर या राज्य के रहने वाले हों और राजधानी में आपने ट्रैफिक रूल्स तोड़ा है तो जिस एड्रेस पर आपकी गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर रजिस्टर्ड है, वहां चालान जाएगा। अब तक बाहर की गाडि़यों का डाटा कलेक्ट नहीं किया जाता था, लेकिन जबसे कमांड कंट्रोल सिस्टम शुरू हुआ है, उसके बाद से यह काम शुरू किया जा रहा है। कमांड कंट्रोल सिस्टम में यह डाटा अपलोड किया जा रहा है। राज्य में बाहर से जो भी गाडि़यां एंट्री करती है, और वो चौराहे को पार करती है तो उसका सारा डाटा कमांड कंट्रोल सिस्टम में फीड हो जाता है। इस व्यवस्था के बाद बाहर की गाडि़यों को भी रांची में चालान देना होगा।