-वेंडर मार्केट में मिली जगह फिर भी फुटपाथ पर दुकान

-हनुमान मंदिर से शहीद चौक तक खरीदारी के लिए लगी भीड़

-ना सोशल डिस्टेंसिंग, ना मास्क, पुलिस भी नहीं ले रही एक्शन

राजधानी में कोरोना पाजिटिव केसेज की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन लोग हैं कि समझने को तैयार नहीं हैं। राजधानी के हनुमान मंदिर से लेकर अल्बर्ट एक्का चौक पर पूरे दिन ना तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है ना ही लोग मास्क लगा रहे हैं। फुटपाथ पर यहां दुकानदार लोगों की भीड़ लगाकर सामान बेच रहे हैं। सरकार ने करोड़ों रुपए की लागत से इनको अटल वेंडर मार्केट में जगह उपलब्ध कराई है लेकिन अब भी ये लोग सड़क किनारे बैठकर दुकान लगा रहे हैं। इन दुकानदारों के कारण एक तो मेन रोड जाम रहता है ऊपर से कोरोना काल में भी ये लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं और सरकार के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।

सरकार के उद्देश्य की पूर्ति नहीं

राजधानी में करोड़ों रुपए की लागत से फुटपाथ दुकानदारों के लिए शानदार अटल स्मृति वेंडर मार्केट बना कर सौंपा गया। इसमें मेन रोड के दुकानदारों को जगह भी अलॉट की गई। लेकिन, दर्जनों दुकानदार अटल स्मृति वेंडर मार्केट में दुकान लगाने के बजाय अब भी मेन रोड के फुटपाथ पर ही दुकान लगा रहे हैं। इस वजह से मेन रोड में ट्रैफिक की समस्या जस की तस बनी हुई है। जबकि मेन रोड पर ट्रैफिक स्मूथ करने के उद्देश्य से ही अटल स्मृति वेंडर मार्केट का निर्माण कराया गया था। लेकिन इस उद्देश्य की पूर्ति होती नजर नहीं आ रही।

किराये पर दे दी दुकान

कई ऐसे दुकानदार हैं, जिन्होंने अटल स्मृति वेंडर मार्केट में मिली दुकान को किराए पर लगा दिया है और खुद मेन रोड में ही अपना कारोबार कर रहे हैं। वहीं ऐसे दुकानदार मिले, जिन्होंने अबतक मार्केट में दुकान लगाना शुरू भी नहीं किया है। वेंडर मार्केट के सेकेंड फ्लोर पर आज भी सन्नाटा ही पसरा है। जबकि थर्ड फ्लोर पर कुछ दुकानदारों ने दुकान लगाने की शुरुआत कर दी है। फुटपाथ दुकानदारों ने बताया कि विजय चौरसिया जिन्हें 200 नंबर अलॉट किया गया था, उन्होंने अपनी दुकान को दूसरे व्यक्ति को किराए पर दे रखा है और खुद इधर-उधर घूम कर दूसरा व्यवसाय करता है।

शाम में जाम हो जाता है रोड

चार बजते ही मेन रोड पर फुटपाथ दुकानदारों का जमघट लग जाता है। जिस स्थान से दुकानदारों को हटाया गया था, वहीं फिर से दुकानदारों की भीड़ लग जाती है। मालूम करने पर पता चला कि वैसे दुकानदार जिन्हें अटल वेंडर मार्केट में जगह मिल गयी है और जो लोग वहां शिफ्ट कर गए हैं उनके रिश्तेदारों एवं दूसरे व्यक्तियों ने अब इस स्थान पर दुकान लगाना शुरू कर दिया गया है। नगर निगम की इंफोर्समेंट टीम और दुकानदारों के बीच शाम में झड़प होती है, लेकिन सब मैनेज हो जाता है।

क्या कहते हैं फुटपाथ दुकानदार

मेन रोड में दुकान लगाने वाले एक दुकानदार ने बताया कि कई ऐसे दुकानदार हैं, जो वर्षो से मेन रोड में दुकान लगा रहे थे। लेकिन उन्हें दुकान आवंटित नहीं हुआ। ऐसे ही लोग अपनी दुकान आज भी सड़क पर ही लगा रहे हैं। सड़क पर दुकान लगाने वालों में कुछ ऐसे भी हैं, जिन्हें मार्केट में स्थान मिल गया है, फिर भी वे अधिक कमाई की चाहत में सड़क पर ही दुकान लगाते हैं। ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनका आवंटन रद्द होना चाहिए, और जो सही लाभुक हैं उन्हें फायदा मिलना चाहिए।