रांची (ब्यूरो)। साहिब मेरा एको है भाई एको है, तू सच्चा साईं प्रभ पास जन की अरदास, छड सिंहासन हर जी आये, गुरुनानक की वडिआईव किलविखो नसवंजो करता घर आयाजैसे एक से बढ़कर एक शबद गायनों से साध संगत निहाल हो उठे। मौका था वैसाखी पर्व के तीन दिवसीय आयोजन के सफल समापन के उपलक्ष्य में गुरुनानक सेवक जत्था द्वारा 10 अप्रैल को शाम 6.30 बजे से शुक्राने के सजाये गए दीवान को। इससे पहले सुबह 6 बजे निशान साहिब का चोला बदला गया। गुरुद्वारा श्री गुरुनानक सत्संग सभा, कृष्णा नगर कॉलोनी गुरुद्वारा साहिब में दीवान की शुरुआत शाम 6.30 बजे श्री रहरास साहेब जी के सामूहिक पाठ से हुई। इसके बाद शाम 7 बजे से 8.15 बजे तक गुरुद्वारा साहिब के हजूरी रागी जत्था भाई साहिब भाई महिपाल सिंह जी एवं साथियों ने शबद गायन प्रस्तुत किए।

रोजाना सुखमनी साहिब का करें पाठ

मनीष मिढा ने कथावाचन कर साध संगत से गुरमत विचार सांझा किए और संगत को रोजाना सुखमनी साहिब जी का पाठ करने का आह्वान किया। श्री अनंद साहिब के पाठ, गुरुद्वारा के हेड ग्रन्थी ज्ञानी जिवेंदर सिंह द्वारा अरदास, हुक्मनामा एवं कढ़ाह प्रसाद वितरण के साथ रात 8.30 बजे दीवान की समाप्ति हुई। मंच संचालन मनीष मिढा ने किया। सत्संग सभा के सचिव अर्जुन देव मिढा ने वैसाखी पर्व के सफल समापन के लिए समूह साध संगत का आभार जताया और इसी तरह गुरुघर की सेवा से जुड़े रहने का आह्वान किया.विशेष दीवान में द्वारका दास मुंजाल, हरविंदर सिंह बेदी, चरणजीत मुंजाल, अशोक गेरा, हरगोविंद सिंह, वेद प्रकाश मिढा, अमरजीत गिरधर, आशु मिढा, नवीन मिढा, सुभाष मिढा, गुलशन मिढा, पवनजीत खत्री, महेंद्र अरोड़ा, जीतू अरोड़ा, रमेश गिरधर, मोहन काठपाल, जीवन मिढा, जितेंद्र मुंजाल, हरीश मिढा, अनूप गिरधर, रमेश पपनेजा, इंदर मिढा, जीतू अरोड़ा, अश्विनी सुखीजा, सूरज झंडई, रौनक ग्रोवर, करण अरोड़ा, जीत सिंह, कशिश नागपाल, जयंत मुंजाल, नीतू किंगर समेत अन्य शामिल थे।

कैंप में 26 यूनिट ब्लड कलेक्ट

वहीं, गुरुनानक सेवक जत्था ने रामनवमी के मौके पर कृष्णा नगर कॉलोनी स्थित श्री राधाकृष्ण मंदिर के सामने रक्तदान शिविर लगाया, सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक चले इस शिविर में 5 महिलाओं समेत कुल 26 लोगों ने स्वैच्छिक रक्तदान किया। विधायक सीपी सिंह ने रक्तदान कर रहे लोगों को सॉफ्ट ड्रिंक्स और बिस्किट प्रदान कर उनका हौसला बढ़ाया। शिविर में सदर अस्पताल ब्लड बैंक की डॉ बेबी, इमरान, पवन, बिरसा और गोबिंद तथा जत्था के सूरज झंडई, करण अरोड़ा, जयंत मुंजाल, रौनक ग्रोवर, चंचल ग्रोवर, जीत सिंह की विशेष सक्रियता रही।