रांची: सदर हॉस्पिटल को सुपर स्पेशियलिटी बनाने के मामले को लेकर गुरुवार को हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। अदालत ने कहा कि हॉस्पिटल में काम की मॉनिटरिंग अब कोर्ट करेगा। हर हफ्ते गुरुवार को इसकी अपडेट ली जाएगी कि हॉस्पिटल का कितना काम हुआ है। वहीं सरकार और विजेता कंस्ट्रक्शन को आदेश दिया गया कि काम में तेजी लाएं। इस पर विजेता कंस्ट्रक्शन ने बताया कि सरकार ने उनका एग्रीमेंट कैंसिल कर दिया है। इस पर कोर्ट ने फटकार लगाई और कहा कि जब हॉस्पिटल का काम कोर्ट की निगरानी में चल रहा है तो कोर्ट के बिना परमिशन के एग्रीमेंट कैसे कैंसिल कर दिया गया? इसके बाद विजेता को एक्सटेंशन देने का निर्देश दिया गया।

बिल्डिंग हैंडओवर करेगी कंपनी

एडवोकेट सौरव अरुण ने बताया कि हॉस्पिटल का काम देख रही विजेता कंपनी को हाइकोर्ट ने एफिडेविट फाइल करने को कहा था। कंपनी की ओर से बताया गया कि 30 सितंबर को कंपनी बिल्डिंग हैंडओवर कर देगी। इसके बाद एडवोकेट जेनरल ने कहा कि सरकार की ओर से एग्रीमेंट को कैंसिल नहीं किया जा रहा है। वहीं इसे अक्टूबर तक एक्सटेंड कर दिया गया है। कोर्ट ने कहा कि इसके बाद भी अगर कंपनी काम पूरा नहीं करती है तो उसपर कार्रवाई की जाएगी।

बार-बार डेडलाइन फेल

सदर हॉस्पिटल को लेकर सिटी के युवा समाजसेवी ज्योति शर्मा ने एक याचिका दायर की थी। उन्होंने इसकी लंबी लड़ाई लड़ी। इसके बाद भी बिल्डिंग हैंडओवर नहीं होने के कारण अवमानना का मामला चल रहा है। एडवोकेट सौरव अरुण ने पिछली सुनवाई में कोर्ट को बताया था कि हॉस्पिटल के निर्माण को लेकर तीन बार कंपनी की डेडलाइन फेल हो गई। इसके बावजूद आजतक हॉस्पिटल का काम पूरा नहीं हो पाया है। वहीं राज्य सरकार की ओर से हॉस्पिटल का काम पूरा करने को लेकर जो एफिडेविट फाइल की गई है उसमें डेडलाइन का जिक्र नहीं है। वहीं अब चौथी डेडलाइन भी फेल हो गई है। बताते चलें कि 30 जून तक बिल्डिंग को हैंडओवर करने की बात कही गई थी।

2011 में शुरू हुआ था काम

सदर हॉस्पिटल का काम 2011 में शुरू हुआ था। 2014 में बिल्डिंग पूरी तरह से तैयार हो गई। बिल्डिंग को फाइनल टच देने का काम बाकी था। संचालन के लिए प्राइवेट हॉस्पिटलों को आमंत्रित किया गया, लेकिन उन्होंने भी हाथ वापस खींच लिए। इस बीच समाजसेवी ज्योति शर्मा ने पीआईएल दाखिल किया। पीआईएल दाखिल किए जाने के बाद अगस्त 2017 में हेल्थ डिपार्टमेंट के प्रयास से 200 बेड के साथ सदर हॉस्पिटल को चालू किया गया था। हॉस्पिटल को चालू करने के लिए दी गई 2 डेडलाइन भी फेल हो गई। हाईकोर्ट में कंटेम्ट ऑफ कोर्ट किया गया तो हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से 30 जून 2021 की डेडलाइन दी गई थी। अब यह डेडलाइन भी खत्म हो चुकी है। 30 सितंबर की अगली डेडलाइन कंपनी की ओर से दी गई है। अब देखना होगा कि दस साल बीतने के बाद इसका निर्माण पूरा हो पाएगा या नहीं।