रांची: रांची के बड़ा तालाब को स्वामी विवेकानंद सरोवर का नाम दे दिया गया। साल भर पहले स्वामी विवेकानंद की 33 फीट ऊंची प्रतिमा का उद्घाटन भी कर दिया गया। तब मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 100 दिनों के भीतर इस सरोवर और प्रतिमा को आम लोगों के लिए खोल दिए जाने की घोषणा की थी। आज 360 दिन बीत चुके हैं पर अब तक तालाब के ब्यूटीफिकेशन का काम पूरा नहीं हो पाया है। तालाब की बीच स्थित स्वामी जी की प्रतिमा का दीदार लोग दूर से ही कर रहे हैं। 12 जनवरी को स्वामी जी की जयंती है। जिस गति से काम चल रहा है, उससे ऐसा लगता है कि अभी और छह महीने लगेंगे काम पूरा होने में। इस बीच बुधवार को रांची के सांसद संजय सेठ ने इसे लेकर दो विभागों को चिट्ठियां लिखी हैं।

लापरवाही बरतने वालों पर हो कार्रवाई

सांसद श्री सेठ ने अपने पत्र में नगर विकास विभाग को लिखा है कि बड़ा तालाब के सौंदर्यीकरण का काम 30 सितंबर 2019 तक पूरा हो जाना था। जब समयावधि खत्म हो गई, तो पता चला कि 31 दिसंबर तक काम हो जाएगा, जबकि काम अब भी अधूरा है। चार दिनों के बाद स्वामी विवेकानंद की जयंती है। ऐसे में काम पूरा नहीं होना संबंधित अधिकारियों और एजेंसी की घोर लापरवाही को दर्शाता है। श्री सेठ ने पूरे मामले की जांच करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही काम समय सीमा के भीतर युद्ध स्तर पर पूरा करने की भी मांग की है। उन्होंने ऐसी ही एक चिट्ठी कला-संस्कृति, पर्यटन विभाग को भी लिखी है।

इस बार भी नहीं जा पाएंगे आम लोग

2 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती के मौके पर विवेकानंद सरोवर यानी बड़ा तालाब में सरकारी आयोजन होगा, लेकिन इस कार्यक्रम के बाद भी यह स्थान आम लोगों के लिए नहीं खोला जाएगा। पर्यटन एवं कला-संस्कृति विभाग की ओर से इस बार बड़ा तालाब के समीप स्वामी विवेकानंद की जयंती धूमधाम से मनाने की योजना है। खेल विभाग के निदेशक अनिल कुमार सिंह के अनुसार रामकृष्ण मिशन आश्रम के सहयोग से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ स्वामी विवेकानंद की आदमकद मूर्ति की पूजा-अर्चना की जाएगी। हालांकि पर्यटकों के लिए यह स्थल फिलहाल नहीं खोला जाएगा। उन्होंने बताया कि बड़ा तालाब स्थित आइलैंड नंबर-1 से आइलैंड नंबर-2 तक स्टील रेलिंग व विद्युत सज्जा का काम पूरा हो चुका है। जेवीएनएल के माध्यम से स्वामी विवेकानंद की मूर्ति के चारों ओर विद्युत सज्जा को चालू कराने का काम कराया जा रहा है। इसके अलावा कुछ कार्य शेष रह गए हैं। रांची नगर निगम की जमीन पर शौचालय व गार्ड रूम आदि का निर्माण कराया जाना है। यह काम पूरा होने में दो-तीन महीने और लगेंगे। उसके बाद ही यह स्थल शहरवासियों के लिए खोला जा सकता है।

जलकुंभी से भरा है तालाब

पर्यटन विभाग के अधिकारियों के अनुसार 12 जनवरी 2020 से पूर्व स्वामी विवेकानंद की आदमकद मूर्ति के चारों ओर विद्युत व्यवस्था चालू करने की तैयारी थी। हालांकि अब तक यह काम पूरा नहीं हुआ। इतना ही नहीं, बड़ा तालाब के सुंदरीकरण व जीर्णोद्धार का काम पिछले ढाई वर्षो से कराया जा रहा है। समयावधि पूरी होने के बाद भी बड़ा तालाब का स्वरूप नहीं बदला। तालाब का पानी जलकुंभी से भरा पड़ा है। साथ ही, तालाब के चारों ओर एलिवेटेड पाथ-वे बनाने का काम भी अधूरा पड़ा है।