RANCHI:विदेश ही नहीं, देश के राजस्थान जैसे राज्य में भी बुरी तरह पांव फैला चुकी स्वाईन फ्लू नामक बीमारी के झारखंड में भी दस्तक देने की आशंका बढ़ गई है। इसे लेकर देश भर में अलर्ट भी जारी कर दिया गया है। हाल ही में एयरपोर्ट से एक सस्पेक्टेड पेशेंट को मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इधर, शनिवार को राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में भी एक सस्पेक्टेड पेशेंट भर्ती कराया गया है। ऐसे में यह कहना बड़ी भूल होगी कि झारखंड में स्वाईन फ्लू जैसी बीमारी नहीं फैल सकती है। वहीं, यह भी जानना जरूरी हो गया है कि राज्य के अस्पतालों में इस बीमारी से निपटने के क्या इंतजाम हैं। आई नेक्स्ट की रिपोर्ट में जानें स्वाईन फ्लू से निपटने में कितने सक्षम है रिम्स।

आइसोलेशन वार्ड है तैयार

हॉस्पिटल के बेसमेंट में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में दो अलग-अलग कमरे मरीजों के लिए तैयार किए गए है। इसमें एक कमरा सस्पेक्टेड पेशेंट के लिए बनाया गया है, जबकि पेशेंट को स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो जाने पर उसके लिए स्पेशल पैक्ड रूम बनाया गया है। ताकि आसपास के लोगों में इस बीमारी के फैलने की कोई आशंका न रहे। साथ ही मेडिकेटेड मास्क, सोप, लिक्विड आदि की भी व्यवस्था की गई है।

जांच की नहीं है व्यवस्था

स्वाइन फ्लू के लिए जांच की राजधानी में व्यवस्था नहीं है। इसके लिए पेशेंट का ब्लड सैंपल बाहर भेजा जाता है। इसके बाद ही उक्त बीमारी की पुष्टि होती है और पेशेंट का ट्रीटमेंट शुरू कर दिया जाता है।

रांची में उपलब्ध है दवा (बॉक्स)

अगर स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो जाती है, तो इसके लिए रिम्स में मेडिसीन का एक डोज है। जिसका नाम फ्लूवीर है। जो 75 एमजी का है। रिम्स में आने वाले पेशेंट्स के लिए यह नि:शुल्क रखा गया है। वहीं हरमू रोड पंचवटी टावर स्थित राजगढि़या स्पेशियलिटी में स्वाइन फ्लू की दवा उपलब्ध है। यहां यह दवा ऑथोराइज्ड डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन पर ही दी जाती है.मार्केट में 10 कैप्सूल की कीमत 450-475 रुपए के बीच है। अगर इस संबंध में किसी भी तरह की जानकारी चाहिए तो टॉल फ्री नंबर 18001234007 पर ली जा सकती है।

बीमारी के लक्षण (फोर योर इंफॉर्मेशन)

-नाक से लगातार पानी का बहना

-बुखार आना

-खांसी की शिकायत

-गले में खरास

-उल्टी होना

-डायरिया की शिकायत

बचाव के उपाय

-इनफेक्टेड पेशेंट को तुरंत हॉस्पिटल में भर्ती कराएं, ताकि उससे दूसरे लोग प्रभावित न हो सकें।

-पेशेंट को मच्छरदानी में ही रखा जाए।

-इनफेक्टेड पेशेंट से बात करते वक्त भी मास्क का यूज जरूर करें।

-पेशेंट से हाथ मिलाने के बाद हैंड वाश जरूर करें।

-पेशेंट के खांसने, छींकने और थूकने के दौरान दूरी बनाएं।

-भीड़ भाड़ वाली जगहों से पेशेंट को दूर रखें।

कलेक्शन सेंटर मेंव्यवस्था

-ट्रेंड मेडिकल स्टाफ्स

-पीपीइ किट

-वीटीएम

-कोल्ड स्टोरेज फैसीलिटी

-ट्रिपल पैकेजिंग फॉर ट्रांसपोर्ट

-बायोवेस्ट के लिए व्यवस्था

क्या कहता है पेशेंट

रिम्स में एडमिट स्वाइन फ्लू के संदिग्ध पेशेंट कमालुद्दीन (बदला नाम) बताते हैं कि हैदराबाद में ही उन्हें कई समस्याएं शुरू होने लगी थीं। डरकर वहां से लौटने के बाद घरवालों ने उन्हें रिम्स में भर्ती करा दिया। डॉक्टरों ने स्वाइन फ्लू टेस्ट के लिए ब्लड सैंपल भेजा है। अब रिपोर्ट का इंतजार है।