रांची (ब्यूरो) । झारखंड राज्य के अंतर्गत विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं अंगीभूत 22 महाविद्यालयों में संचालित बीएड पाठ्यक्रम जो पिछले 17 वर्षों से चल रही है। इन प्राध्यापकों की अब तक स्थाई नियुक्ति नहीं हुई है। इस मामले विधायक प्रदीप यादव एवं अनंत ओझा ने विधानसभा में जोर-शोर तरीके से उठाया। इसी संदर्भ में राजमहल के विधायक अनंत ओझा ने शिक्षा विभाग के कटौती प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए अपनी बातों को मुखर तरीके से सदन में रखा।
विधायक ने आश्वासन दिया
रविवार को संघ परिवार के प्रतिनिधिमंडल ने विधायक के आवास पर जाकर प्राध्यापकों के मामले को विधानसभा में उठाने के लिए सम्मानित किया। संघ की ओर से विधायक अंग वस्त्र एवं पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया। साथ ही साथ धनबाद विधायक राज सिन्हा, पूर्व मंत्री सरयू राय एवं झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह को भी उनके आवास पर जाकर संघ परिवार के प्रतिनिधिमंडल ने एक विज्ञप्ति सौंपी। उन्होंने आश्वासन दिया कि मुख्यमंत्री से इस संदर्भ में बात कर बहुत जल्द ही कुछ उचित निर्णय लिया जाएगा और विधानसभा अध्यक्ष को भी इस संदर्भ में अपने व्यक्तिगत तौर पर जल्द से जल्द इस समस्या का निदान निकालने के लिए कहेंगे। इस कार्य के लिए संघ आभार प्रकट करता है। संघ परिवार से प्रतिनिधिमंडल में शामिल डॉ नंदकिशोर सिंह, डॉ रविंद्र प्रसाद, प्रोफेसर एतवा टूटी, डॉ। डेविड यादव, डॉ नलिन विलोचन, प्रोफेसर रणविजय सिंह, डॉ पंकज कुमार, प्रो.मेहताब अहमद, डॉ विपिन प्रसाद सिंह, प्रो। धर्मनाथ, डॉ। महबूब आलम, प्रो। हिमांशु शेखर महाकुर, डॉ दीपक प्रसाद इत्यादि लोग मौजूद थे।