रांची (ब्यूरो)। नए साल में लोग पिकनिक मनाने रांची और आसपास के स्पॉट पर जरूर जाएंगे, लेकिन इस बार उन्हें यूज एंड थ्रो वाले थर्माकोल और प्लास्टिक से बने बर्तन से तौबा कर लेनी होगी। रांची के सभी फॉल और पार्क में थर्माकोल के बर्तन बैन कर दिए गए हैैं। पर्यटन विभाग ने इसे लेकर ग्राउंड लेवल पर तैयारी की है। हर फॉल में तैनात पर्यटन मित्रों को यह जिम्मेवारी सौंपी गई है कि वे पिकनिक स्पॉट पर गंदगी फैलाने वालों पर कड़ी नजर रखें। साथ ही थर्माकोल तथा प्लास्टिक से तैयार बर्तनों का इस्तेमाल न होने दें।

तो होगी कार्रवाई

थर्माकोल से बने सामान या प्लास्टिक के सामान पर्यटन स्थलों के बाहर ही जमा करने को कहे जाएंगे। इसके बावजूद अगर कोई व्यक्ति ऐसे सामान अंदर ले जाता है, तो उनपर कार्रवाई की जाएगी। पर्यटन स्थलों पर तैनात पर्यटन समिति और पर्यटन मित्र इस संंबंध में लोगों को जागरूक करने में जुटे हंै। पर्यटन स्थल पंचघाघ में तैनात सभी पर्यटन मित्रों ने सैलानियों द्वारा किसी भी प्रकार के प्लास्टिक, थर्माकोल व डिस्पोजल का उपयोग नहीं होने देने का निर्णय लिया है। इसी तरह हुंडरु, दशम और दूसरे फॉल के भी पर्यटन मित्रों ने नियमों का पालन कराने का निर्णय लिया है।

शराब पर भी रोक

रांची और आस-पास के पर्यटन स्थलों पर हजारों की संख्या मेें लोग पिकनिक मनाने पहुंचते है। यहीं पर खाना बनता है, सभी एक साथ खाना खाते हैैं। लेकिन जाते वक्त सैलानी अपने पीछे इन टूरिस्ट प्लेस पर गंदगी छोड़ जाते है। पर्यटन स्थलों में पिकनिक मनाने वाले सैलानियों द्वारा प्लास्टिक, थर्मोकोल एवं डिस्पोजल के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके अलावा शराब पर भी रोक लगायी गयी है। इसकी निगरानी करने का जिम्मा पर्यटन मित्रों को दिया गया है।

सुरक्षा के किए जा रहे इंतजाम

टूरिस्ट प्लेस में सुरक्षा के इंतजाम भी किए जा रहे हंै। नया साल अब कुछ ही दिनों बाद दस्तक देने वाला है। रांची के पर्यटन स्थलों में लोग अभी से पिकनिक मनाने भारी संख्या में पहुंचने लगे हंै। पार्कों में पर्यटकों के लिए खास व्यवस्था की जा रही है। बच्चों के लिए तरह-तरह के झूलों की व्यवस्था की गई है। वहीं दूसरी ओर सैलानियों की सुरक्षा पर भी ध्यान दिया जा रहा है। किसी भी तरह के अप्रिय घटनाओं से बचने के लिए इस बार काफी एहतियात बरती जा रही है।

पत्तल-दोना का करें इस्तेमाल

थर्माकोल और प्लास्टिक बैन होने के बाद कागज और पत्ते से बने प्रोडक्ट की मांग बढ़ी है। पर्यटन स्थल पर भी दोना और पत्तल का उपयोग किया जा सकता है। इससे रूरल एरिया में रहने वाले लोगों को आमदनी भी हो जाएगी। पर्यटन मित्र सुशील किस्कू ने बताया कि नया साल और सैलानियों के आगमन को देखते हुए पर्यटन स्थलों को सुंदर और स्वच्छ बनाया जा रहा है। टूरिस्ट प्लेस पर प्लास्टिक, थर्माकोल और डिस्पोजल के उपयोग पर प्रतिबंध लगने के बाद इसके विकल्प के रूप में सैलानियों को गांव में ही बना पत्तल-दोना उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा बांस के बने सामान, हैंडीक्राफ्ट, लोकल फ्रूट्स, ड्रैगन फ्रूट, लेमन ग्रास से बने उत्पाद के स्टॉल लगाए जाएंगे।

रांची के आसपास के ये हैैं स्पॉट

जोन्हा, हुंडरु, पतरातू डैम, दशम, रिमिक्स फॉल, समेत ऐसे कई टूरिस्ट प्लेस हैं, जहां सैलानी जाना चाहते है। इसके अलावा रॉक गार्डन, रुक्का, धुर्वा डैम पर भी टूरिस्टों की भीड़ उमड़ती है। इन सभी स्थानों पर सुरक्षा के इंतजाम बढ़ाए जा रहे है।