RANCHI: कहीं आपके इलाके में भी अचानक अजनबी तो नजर नहीं आने लगे हैं। कोई ठेले वाला, खोमचे वाला, लेबर-रेजा, धोबी, नौकर नौकरानी, काम तलाशने वाले समेत वैसे लोग जो पहले इलाके में नजर नहीं आते थे, लेकिन हाल के दिनों में लगातार आपके ही मोहल्ले या आसपास के मोहल्लों में घुमते देखे जा रहे हैं? इसके साथ ही साथ मोहल्ले में कोई ऐसा किराएदार तो नहीं बस गया जो अक्सर आसपास के घरों के बारे में जानकारियां हासिल कर रहा हो। अगर ऐसा है तो सावधान हो जाइए। क्योंकि राजधानी में चोरों का आतंक बढ़ गया है। जांच में लगी पुलिस टीम के समक्ष यह साफ हो चुका है कि हर कांड को अंजाम देने के पहले घटनास्थल की रेकी की गयी है। बिना रेकी किए इतनी सफाई से कांड को अंजाम नहीं दिया जा सकता।

रांची में चोरी की घटनाओं में इजाफा

राजधानी रांची में हाल के दिनों में चोरी की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। चोरी की ज्यादातर घटनाएं ऐसे समय हुई हैं, जब घर में कोई नहीं होता है। दरअसल इस तरह की चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले चोरों का एक बड़ा गैंग है। पहले कई इलाकों में घूमकर रेकी करता है। इस दौरान जिस घर में ताला लगा रहता है या घर अगर बंद मिलता है तो उन इलाकों में चोरों का गिरोह अपना हाथ साफ कर देता है। पिछले एक हफ्ते में रांची के तीन बंद घरों में चोरी हुए। वहीं पिछले दस महीने की बात करें तो केवल रांची में 1791 चोरी की घटनाएं सामने आई हैं।

पुलिस भी अलर्ट पर हाथ खाली

राजधानी में चोरी की घटनाओं में हुई अप्रत्याशित वृद्धि से रांची पुलिस सकते में है। लेकिन चोरी की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। आये दिन चोर किसी ना किसी घर या दुकान को अपना निशाना बना रहे हैं और खुलेआम पुलिस को ठेंगा दिखा रहे हैं। पुलिस चोरी की वारदात के बाद जांच पड़ताल में जुट तो जाती है, लेकिन चोरों तक पहुंच नहीं पाती है। इसलिए अब पुलिस जनता को ही सतर्क कर घटनाओं पर अंकुश लगाने की कवायद में जुट गई है। शहर में बाहर के गैंग के भी इन दिनों सक्रिय होने की सूचना है।

पुलिस अलर्ट है लेकिन लोगों को भी थोड़ा जागरूक और अपने घरों के प्रति सचेत होना होगा। मोहल्लों में सीसीटीवी लगाया जाना चाहिए, साथ ही संदिग्धों या अजनबी की पुलिस जांच जरूर करानी चाहिए।

अमोल वेणुकांत होमकर, डीआईजी, रांची