- शहीद जवान पलामू, सिमडेगा और गोड्डा जिले के निवासी थे

- घायल जवानों में दीप टोपनो खूंटी और निकू उरांव लातेहार जिले के निवासी

चक्रधरपुर : पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर प्रखंड मुख्यालय से लगभग 20 किमी दूर टोकलो थाना क्षेत्र के लांजी पहाड़ी पर गुरुवार की सुबह करीब आठ बजे माओवादियों ने पुलिस जवानों पर अत्याधुनिक तरीके से हमला कर दिया। दो डायरेक्शनल लैंडमाइन (एक निर्धारित दिशा में छर्रा, लोहे के टुकड़े आदि का घातक प्रहार करता है) विस्फोट किए गए। इसमें तीन जवान शहीद हो गए और दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। बलिदानी जवानों में कांस्टेबल हरिद्वार साह पलामू जिले के रहने वाले थे। वहीं, कांस्टेबल किरण सुरीन सिमडेगा के निवासी थे। जबकि, हेड कांस्टेबल देवेंद्र कुमार पंडित गोड्डा जिले के रहने वाले थे। वहीं, घायल जवानों में कांस्टेबल दीप टोपनो खूंटी व कांस्टेबल निकू उरांव लातेहार जिले के निवासी हैं।

झारखंड जगुआर के जवान

सभी जवान झारखंड जगुआर के हैं। दो जवान मौके पर और एक जवान इलाज के लिए रांची ले जाने के क्रम में वीरगति को प्राप्त हुए। झरझरा हाट से सटे पदमपुर मैदान से घायल जवानों को बेहतर इलाज के लिए तत्काल हेलीकॉप्टर से रांची स्थित मेडिका अस्पताल पहुंचाया गया। घटना के बाद मौके पर एसपी अजय ¨लडा, सीआरपीएफ कमांडेंट आनंद जेराई ने पहुंच कर मोर्चे को संभाला। इसके बाद कोल्हान डीआइजी राजीव रंजन सिंह, सीआरपीएफ डीआइजी आशु शुक्ला भी लांजी पहाड़ी पहुंचे।

दोपहर में पहुंचे डीजीपी

दोपहर करीब 2:20 बजे हेलीकॉप्टर से डीजीपी नीरज सिन्हा भी घटनास्थल से कुछ दूरी पर दाड़कादा में स्थापित पुलिस कैंप पहुंचे। वहां उन्हें कोल्हान और सीआरपीएफ के डीआइजी ने घटना की विस्तृत जानकारी दी। करीब 40 मिनट रुकने व अधीनस्तों को दिशानिर्देश देने के बाद डीजीपी रांची रवाना हो गए। इधर, कोल्हान डीआइजी, सीआरपीएफ डीआइजी, एसपी, सीआरपीएफ कमांडेंट व सैकड़ों की संख्या में जवानों ने लांजी पहाड़ी पर सर्च अभियान चलाया।

रांची आया पार्थिव शरीर

उधर, दो शहीद जवानों का पोस्टमार्टम चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल में हुआ। इसके बाद सड़क मार्ग से दोनों जवानों के पार्थिव शरीर को रांची ले जाया गया। एक शहीद जवान का पोस्टमार्टम रांची में ही हुआ।

मालूम हो कि फरवरी में अलग-अलग इलाकों से अभियान चलाकर सुरक्षा बलों ने 70 से अधिक आइईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) और सिलेंडर बम बरामद किए थे। कई गिरफ्तारियां भी हुई थीं। इसे देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा था कि माओवादी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। इधर, भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर जीवन कंडुलना के आत्मसमर्पण के बाद उसकी निशानदेही पर भारी संख्या में हथियार भी बरामद किए गए थे।

-------------

अदला-बदली के दौरान हुआ हमला

लगभग एक माह से सुरक्षा बल लांजी पहाड़ी के इलाके में लगातार अभियान चला रहे हैं। इसी क्रम में गुरुवार सुबह जवानों की अदला-बदली शुरू हुई। एक टीम पहले से पहाड़ी के दूसरी तरफ अभियान में लगी थी। उन्हें वापस भेजकर दूसरी टीम कमान संभालने वाली थी। दूसरी टीम जैसे पहाड़ी पर चढ़ने लगी, माओवादियों ने विस्फोट कर दिया। पुलिस में यह चर्चा है कि इसके लिए माओवादियों ने कुछ ग्रामीणों की मदद ली है। घटना के वक्त आसपास माओवादी दस्ता मौजूद नहीं था।

-----------------

माओवादियों ने दो डायरेक्शनल लैंडमाइन विस्फोट किए। तीन जवान शहीद हुए हैं। दो जवान घायल हैं। कां¨बग ऑपरेशन जारी है। यह कायराना हरकत है। इससे पुलिस के हौसले में कोई कमी नहीं आएगी। पुलिस ने जो कदम बढ़ाया है, वह माओवादियों के खात्मे तक जारी रहेगा। लांजी पहाड़ी में मुठभेड़ नहीं हुई है, लेकिन सर्च ऑपरेशन चल रहा है।

- राजीव रंजन सिंह, डीआइजी, कोल्हान प्रमंडल, झारखंड।

---------------