RANCHI:रांची में छह दिनों के भीतर 600 से भी ज्यादा नए मरीजों के मिलने के बाद सरकार ने इलाज को लेकर कुछ अहम फैसले लिए हैं। इसके तहत जहां प्लाज्मा थेरेपी को मंजूरी दी गई है, वहीं रिम्स और देवकमल हॉस्पिटल में बेड बढ़ाई गए हैं। रिम्स में जहां मरीजों का मुफ्त इलाज होगा, वहीं देवकमल हॉस्पिटल में पेड इलाज होगा। रिम्स में प्लाज्मा थेरेपी की शुरुआत 28 जुलाई से होगी। इसके साथ ही कोरोना पर एक साथ ट्रिपल अटैक हुआ है। हालांकि, बढ़ते मामलों को देखते हुए अब आम लोगों की ओर से ही टोटल लॉकडाउन की मांग उठ रही है। सरकार पर इसे लेकर प्रेशर भी है, लेकिन अभी तक मुख्यमंत्री ने इस दिशा में कोई घोषणा नहीं की है।

मंत्री मिथिलेश ठाकुर बनेंगे पहले डोनर

पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने प्लाज्मा डोनेट करने की घोषणा की है। वे हाल ही में कोरोना को मात देकर स्वस्थ हुए हैं। उनके प्लाज्मा से रिम्स में भर्ती दूसरे कोरोना संक्रमित मरीज का उपचार किया जाएगा। प्लाज्मा थेरेपी के लिए अब तक स्वस्थ हुए मरीजों को तैयार रहने को कहा गया है। ठीक हो चुके मरीजों की बॉडी से प्लाज्मा लिया जाएगा। इसके बाद उसे कोरोना ग्रसित मरीजों को चढ़ाया जाएगा। कोरोना के मरीजों को बचाने के लिए प्लाज्मा थेरेपी से इलाज किया जाएगा। इसकी शुरुआत 28 जुलाई को सीएम हेमंत सोरेन की मौजूदगी में होगी। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि प्लाज्मा थेरेपी के माध्यम से कोरोना वायरस से ग्रसित लोगों का इलाज करने की प्रक्रिया कई राज्यों में अपनाई जा रही है। यह प्रयोग मरीजों पर सफल भी हो रहा है। इसीलिए आईसीएमआर ने भी ट्रायल के तौर पर इस्तेमाल करने की परमिशन दी है।

बिना लक्षण वाले मरीजों के लिए 72 बेड

रिम्स के कोविड वार्ड में अब बेड नहीं हैं। इसे देखते हुए रिम्स के मेडिसीन वार्ड में डी1 व डी2 के 36-36 बेड को कोविड के बिना लक्षण वाले मरीजों के लिए खाली किया गया है। इसे लेकर 20 जुलाई को हुई बैठक में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बेड की संख्या बढ़ाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने का निर्देश रिम्स प्रबंधन को दिया था, जिस पर रिम्स प्रबंधन ने एक्शन लेते हुए मेडिसीन विभाग में ही 72 बेड की व्यवस्था कर दी है। इससे लेवल-1 के मरीजों को तत्काल वहां रखा जाएगा। अगर स्थिति बिगड़ती है, तो दूसरे कोविड हॉस्पिटल में उन्हें शिफ्ट किया जाएगा। यहां मरीजों का मुफ्त इलाज होगा। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि सभी उपायुक्तों को निर्देश दिया गया है कि क्वारंटीन सेंटर में समुचित व्यवस्था का ध्यान रखें और खुद मानिटरिंग करें।

एक दिन में 2400 रुपए देकर होगा इलाज

शुक्रवार को रांची के रातू रोड स्थित देवकमल हॉस्पिटल को कोविड मरीजों की देखभाल एवं इलाज हेतु चालू कर दिया गया। शुरुआती तौर पर वहां 45 बेड की सुविधा दी गई है। इस दौरान अस्पताल के डॉक्टर एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मी मरीजों की देखभाल के लिए वहां मौजूद रहेंगे। देवकमल हॉस्पिटल मैनेजमेंट टीम ने बताया कि प्रति मरीज प्रति दिन 2400 रुपए की दर पर इलाज होगा। इसके अलावा वहां सेपरेट कमरे की भी व्यवस्था की गई है। इसके लिए 4000 रुपए प्रति दिन की दर तय की गई है। कोई भी कोविड संक्रमित मरीज दाखिले के लिए हॉस्पिटल मैनेजमेंट से संपर्क कर सकता है एवं अस्पताल के डॉक्टर, चिकित्साकर्मियों की देख-रेख में रह सकता है। मरीज अपनी कोविड टेस्ट रिपोर्ट लेकर सीधे हॉस्पिटल पहुंच सकते हैं।