--ब्लैक फंगस और पोस्ट कोविड के दो-दो मरीज बढ़े

--कोरोना से बचाव के लिए सिर्फ वैक्सीनेशन ही नहीं, मास्क भी जरूरी

रांची : कोरोना की दूसरी लहर के बाद अब फिर संक्रमित मिलने लगे हैं। रविवार को करीब एक माह बाद रिम्स में दो कोरोना के संदिग्ध मरीजों को भर्ती किया गया। इन दोनों मरीजों को फिलहाल नए ट्रामा सेंटर के दूसरे तल्ले में रखा गया है। इनके सैंपल जांच के लिए माइक्रोबायोलॉजी विभाग भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद मरीजों का कोविड गाइड लाइन के अनुसार इलाज शुरू किया जाएगा। अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो इन्हें कोविड वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाएगा। फिलहाल इन्हें पूरी तरह से आइसोलेशन में रखा गया है।

सिर्फ एक का इलाज

रिम्स में अभी सिर्फ एक कोरोना के पॉजिटिव मरीज का इलाज चल रहा है। जबकि ब्लैक फंगस के नौ मरीज इलाजरत हैं। इसमें से एक मरीज गंभीर अवस्था में रिम्स के आइसीयू में भर्ती है जो कोरोना पॉजिटिव भी है। रिम्स के जनसंपर्क पदाधिकारी डा। डीके सिन्हा ने बताया कि मरीजों की संख्या कम होना सुखद है लेकिन अब संदिग्ध मरीजों का मिलना भी शुरू हो गया है इसे लेकर सभी लोगों को अब सावधान हो जाना चाहिए। स्वास्थ्य को लेकर गंभीर होना होगा। हालांकि उन्होंने इसे तीसरी लहर का संकेत नहीं माना है, लेकिन अगर मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती रही तो तीसरी लहर आने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता।

दो-दो मरीज बढ़े :

पिछले 24 घंटे में ब्लैक फंगस और पोस्ट कोविड के दो-दो मरीज बढ़े हैं। इन सभी मरीजों का रिम्स में इलाज किया जा रहा है। एक दिन पहले रिम्स में 24 पोस्ट कोविड के मरीज भर्ती थे, जिनकी संख्या अब 27 हो गई है। दूसरी ओर ब्लैक फंगस के सात मरीज थे, जिनकी संख्या अब नौ पहुंच गई है।

वैक्सीनेशन के बाद भी मास्क जरूरी

कोरोना से बचाव के लिए लगातार वैक्सीनेशन कैंप चलाया जा रहा है। अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन देने की व्यवस्था की जा रही है , लेकिन इन सबके बीच यह जरूरी है वैक्सीन के साथ-साथ मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना भी बेहद जरूरी है। सिविल सर्जन डा। विनोद कुमार बताते हैं कि अभी जिस तरह से केरल में संक्रमितों की संख्या बढ़ी है उसके बाद सभी राज्य के डा। अलर्ट मोड में है। सिर्फ वैक्सीन लेकर नि¨श्चत हो जाना खतरनाक साबित हो सकता है। लोगों को वैक्सीन के साथ-साथ कोविड गाइडलाइन का पालन करना होगा।