RANCHI : सरायकेला-खरसांवा और खूंटी जिले के अड़की-बादामी बॉर्डर में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए। शहीद होने वालों में झारखंड पुलिस के एएसआई और खूंटी निवासी बनुआ उरांव और कोबरा बटालियन और मेघालय के रहने वाले उत्पल रावा शामिल हैं। गुरुवार की सुबह 6.50 बजे के करीब की यह घटना है, जब सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन और झारखंड पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन के दौरान यह घटना हुई। नक्सलियों के खिलाफ पिछले दो साल से लगातार कामयाबी हासिल कर रही झारखंड पुलिस के लिए दो जवानों का शहीद होना बड़ा झटका है।

दस्ते का था जमावड़ा

झारखंड पुलिस प्रवक्ता एडीजी आर के मल्लिक ने कहा कि जमारो जंगल के पास नक्सलियों का बड़ा दस्ता मौजूद होने की सूचना मिली थी। दस्ते में महाराज प्रमाणिक सहित कई बड़े नक्सली नेता शामिल है्। इसकी सूचना के बाद कोबरा बटालियन ,सीआरपीएफ और सरायकेला - खुंटी जिला पुलिस के जवान एक साथ बुधवार की रात ऑपरेशन के लिए निकले थे। गुरुवार की सुबह करीब पांच बजे पुलिस जब जमारो के निकट पहुंची, तभी नक्सलियों ने पुलिस पार्टी पर अचानक हमला बोल दिया।

पुलिस की जवाबी फायरिंग

नक्सलियों के अचानक हुए हमले से पुलिस संभाल पाती और जवाबी करवाई करती, उससे पहले ही नक्सलियों ने पुलिस पर जोरदार हमला बोल दिया। हालांकि, पुलिस ने संभल कर तुरंत जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस की तरफ से भी जबरदस्त फाय¨रग की गई । जिसके बाद नक्सली पीछे हटने को मजबूर हुए। हालांकि, इस दौरान नक्सलियों की फायरिंग में दो जवान शहीद हो गए।

तीन घंटे तक स्पॉट पर पड़े रहे जवान

नक्सलियों की गोलीबारी इतनी तेज थी की मुठभेड़ में घायल दो जवान 3 घंटे तक घटनास्थल पर ही फंसे रहे। इस दौरान उत्पल रावा की सांस चलती रही पर समय पर इलाज नहीं होने से उन्होंने आखिरकार दम तोड़ दिया। नक्सलियों व पुलिस का मुठभेड़ 11 बजे बंद हुई , जिसके बाद बनुआ उरांव व उत्पल रावा को सेना के हेलीकॉप्टर से 11 बजकर 45 मिनट पर रांची ले जाया गया जहां उत्पल रावा को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया व इलाज के दौरान बनुआ उरांव की मौत हो गई।

शहीद जवानों को दी गई श्रद्धांजलि

नक्सली हमले में शहीद हुए उत्पल रावा और बनुआ उरांव को श्रद्धांजलि दी गई। रांची के डोरंडा स्थित जैप वन ग्राउंड में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में मुख्यमंत्री रघुवर दास और डीजीपी डीके पांडेय समेत कई बड़े अफसर मौजूद थे.उधर डीजीपी डीके पांडेय ने कहा है यह नक्सलियों की कायरता है। पुलिस की लगातार कार्रवाई से हतोत्साहित होकर नक्सलियों ने यह हमला किया है। पुलिस का नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।