रांची: कंक्रीट निर्माण का असर कम हो, शहर में पर्यावरण का लेवल बढ़ाया जाए, इसके लिए जरूरी है कि पेड़ की संख्या अधिक हो। राजधानी में कंक्रीट का निर्माण होने के कारण लगातार पेड़ की कटाई की जा रही है। लेकिन राजधानी में स्व<स्हृद्द-क्तञ्जस्>छ हवा व पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए 2 जगहों पर जंगल डेवलप किए जाएंगे। भारत सरकार की अर्बन फॉरेस्ट योजना के तहत राजधानी की 200 हेक्टेयर जमीन पर अर्बन फॉरेस्ट डेवलप किया जाएगा। इसके लिए जमीन चिन्हित कर ली गई है। भारत सरकार के केंद्रीय पर्यावरण व जलवायु पर्यावरण मंत्रालय को प्रस्ताव भेज दिया गया है।

नामकुम व हटिया में जगह सेलेक्ट

वन पर्यावरण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि नगर वन योजना के तहत राजधानी के 2 इलाकों को चिन्हित किया गया है। दोनों जगह मिलाकर करीब 200 हेक्टेयर जमीन पर फॉरेस्ट डेवलप किया जाएगा। एक धुर्वा के सीठियो के पास है, जहां 39 हेक्टेयर जमीन पर फॉरेस्ट डेवलप किया जाएगा। यहां नया विधानसभा, हाईकोर्ट और सचिवालय भवन भी हैं। इसी तरह नामकुम के महिलाग में 150 हेक्टेयर जमीन पर अर्बन फॉरेस्ट डेवलप करने का प्रस्ताव भेजा गया है। झारखंड सरकार द्वारा यह प्रस्ताव भारत सरकार को भेज दिया गया है, अब वहां से स्वीकृति मिलते ही इस पर काम शुरू हो जाएगा।

नगर निगम क्षेत्र में बनना है

भारत सरकार की अर्बन फॉरेस्ट योजना के तहत शहरी क्षेत्र के नगर निगम इलाके में इसको बनाया जाना है। लेकिन रांची नगर निगम क्षेत्र में इतनी अधिक जमीन खाली उपलब्ध नहीं है, जिसके कारण सरकार ने राजधानी आसपास के इलाकों को अर्बन फॉरेस्ट बनाने के लिए चिन्हित करके भारत सरकार को भेजा है। झारखंड सरकार ने इसमें यह तर्क भी दिया है कि जिस जगह को सेलेक्ट करके भेजा गया है, वहां राजधानी के आसपास है और राजधानी का एक्सपेंशन भी इस इलाके की ओर तेजी से बढ़ रहा है और आने वाले दिनों में नगर निगम क्षेत्र में शामिल हो जाएगा।

पार्क में होंगी हर फैसिलिटी

अर्बन फॉरेस्ट योजना के तहत जिस इलाके को डेवलप किया जाएगा, वहां सड़क, बैठने के लिए बेंच, लाइट, फौव्वारा, पार्किग, पानी की व्यवस्था, शौचालय की व्यवस्था भी की जाएगी, ताकि यहां घूमने आने वाले लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो। भारत सरकार द्वारा इस योजना के तहत प्रति हेक्टेयर चार लाख का अनुदान भी राज्य सरकार को दिया जाएगा। इस पैसे से इस योजना के तहत काम होगा। झारखंड सरकार में शहरी क्षेत्र के बीच में जंगल को बढ़ाने के लिए पूरे देश में 200 शहरों का चयन किया गया है। जहां शहर के बीच में पेड़ लगाना है। इसी योजना के तहत रांची जिले का चयन भी किया गया है।