रांची। मैक्लुस्कीगंज थाना क्षेत्र की सीमा पर मंगलवार की रात दो युवकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना रात करीब दस बजे की बताई जा रही है। मारे गए युवक 35 वर्षीय भुनेश्वर गंझू तथा 28 वर्षीय नरेश गंझू चतरा के कोयलरा बघलता गांव के रहने वाले थे। रिश्ते में दोनों चाचा-भतीजा थे तथा खेतीबारी व अपना काम करते थे। दोनों युवक शादीशुदा थे और दोनों के बच्चे भी हैं। मृतक के स्वजनों के अनुसार भुनेश्वर गंझू तथा नरेश गंझू मंगलवार को धमधमिया में फुटबाल मैच देखने आए थे। मैच देखकर अपनी अपाचे बाइक से घर लौट रहे थे। दामोदर नदी रेल पुल के समीप अज्ञात वर्दीधारी हथियारबंद उग्रवादियों ने दोनों की गोली मारकर हत्या कर दी। दामोदर नदी पर बना रेलवे पुल मैक्लुस्कीगंज थाना तथा टंडवा थाना की सीमा पर है। सूचना मिलने पर टंडवा डीएसपी, खलारी डीएसपी अनिमेश नैथानी, खलारी थानाप्रभारी इंस्पेक्टर फरीद आलम, मैक्लुस्कीगंज थाना प्रभारी राजकुमार सिंह घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की छानबीन की। इधर, बुधवार की सुबह हत्या की खबर फैलते ही आसपास के लोग घटनास्थल पर पहुंच गए। पुलिस के अनुसार घटनास्थल से एके 47 की गोली के पांच खोखे बरामद किया गया है।

ग्रामीणों ने शव रोका

खलारी के धमधमिया में भाजपा कार्यकर्ताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं व मृतक के स्वजन सहित गांववालों ने शव को रोक लिया। कार्यकर्ता व ग्रामीण सड़क पर बैठ गए। भाजपा चतरा जिला उपाध्यक्ष सह बड़गांव के पूर्व मुखिया विजय चौबे ने कहा कि उग्रवादियों ने हत्या को अंजाम दिया है। आरोप लगाया कि राज्य सरकार लोगों को सुरक्षा देने में नाकाम है। कोयलरा बघलता गांव में पुलिस केवल घटना के बाद ही पहुंचती है। केवल घटनाओं के बाद ही पुलिस की सक्रियता दिखती है। ग्रामीण भयभीत हैं। अपराधी, उग्रवादी बेलगाम हो गए हैं। विजय चौबे ने मांग की है कि कोयलरा बघलता में पुलिस पिकेट खोला जाए, गांव तक सड़क निर्माण हो। मारे गए युवक गरीब परिवार से थे। सरकार उनके स्वजनों को उचित मुआवजा दे और हत्यारों की शीघ्र गिरफ्तारी करे।

उग्रवादियों ने दिया घटना को अंजाम

दोनों युवकों की हत्या वर्दीधारी उग्रवादियों के द्वारा की गई है। प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीणों के अनुसार पुल शुरू होने के पहले ही जंगल से निकलकर आधा दर्जन से अधिक संख्या में हथियारबंद उग्रवादियों ने भुनेश्वर व नरेश की बाइक को रोक लिए। कुछ देर बातचीत के बाद बाद गोलियों की तड़तड़ाहट सुनाई देने लगी। बाइक पर पीछे बैठा नरेश गंझू गोली चलता देख भागने लगा। वर्दीधारी उग्रवादियों ने करीब बीस मीटर दूर उसे भी गोली मार दी। गोली की आवाज बगलता गांव तक सुनाई दी। हत्या की सूचना मिलने पर स्वजनों ने ही रात में टंडवा पुलिस को सूचना दी। रात में ही दर्जनों ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे।

पहले भी भुनेश्वर पर चली थी गोली

एक वर्ष पूर्व भुनेश्वर गंझू पर घर में सोते समय ही गोली चली थी। इसमें उसे कई गोली लगी थी, लेकिन वह बच गया था। नरेश गंझू पिछले दिनों जमानत पर जेल से छूटकर आया था।

टीपीसी उग्रवादियों पर है शक

खलारी में दो लोगों की हत्या की सूचना पर रांची जिला ग्रामीण पुलिस अधीक्षक नौशाद आलम घटनास्थल पर गए और जायजा लिया। खलारी थाना में प्रेस को उन्होंने बताया कि घटनास्थल से एके-47 के खोखे मिले हैं। एके-47 या तो पुलिस के पास है या भाकपा माओवादी व टीपीसी के पास है। इस क्षेत्र में भाकपा माओवादी का वर्चस्व कम हो गया है। इसलिए प्रतिबंधित संगठन टीपीसी द्वारा हत्या को अंजाम दिए जाने की आशंका है।