- रिम्स में तेजी से भर रहे कोविड सेंटर के बेड, अब मेडिसीन वार्ड में भर्ती करने की तैयारी

- सीरियस मरीजों को है प्रॉपर केयर की जरूरत

- मेडिसीन में एडमिट किए जाएंगे नए कोरोना मरीज

- ठंड बढ़ने के साथ ही सांस लेने में तकलीफ, सर्दी-खांसी करने लगी परेशान

- 7 परसेंट हो चुका है पॉजिटिविटी रेट रांची का

- 70 से ज्यादा नए संक्रमितों की हर दिन हो रही है पहचान

- 780 केसेज केवल रांची में ही एक्टिव हैं

- 2018 नोटिफाइड कंटेनमेंट जोन अब भी मौजूद हैं रांची में

कोरोना को लेकर बढ़ी बेफिक्री ने मुसीबत को दावत दे दी है। एक समय धीरे-धीरे कम हो रहे मामले अब बढ़ते नजर आ रहे हैं। आलम यह है कि बढ़ती ठंड के साथ ही कोरोना के लक्षण वाले मरीजों की पहचान बड़ी संख्या में होने लगी है। राजधानी में कोरोना के मरीज लगातार सामने आ रहे हैं। लेकिन अब मरीजों की स्थिति बिलकुल वैसी है जैसी अप्रैल-मई में थी। हालात की गंभीरती का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अब कोरोना के मरीजों को गंभीर स्थिति में इलाज के लिए हॉस्पिटल्स में भर्ती कराया जा रहा है। रिम्स के ट्रॉमा सेंटर (कोविड सेंटर) के बेड फुल होने को हैं। अब मरीजों को मेडिसीन वार्ड में एडमिट करने की तैयारी है, ताकि हॉस्पिटल में एडमिट कर कोरोना के मरीजों को बेहतर ट्रीटमेंट दिया जा सके। बताते चलें कि कुछ दिनों से सिटी में कोरोना के नए मामले कम हो गए थे। लेकिन पिछले तीन दिनों से लक्षण वाले मरीज ज्यादा मिल रहे हैं।

लक्षण के साथ स्थिति है गंभीर

तीन दिन पहले तक रिम्स में 64 मरीज कोरोना के थे। ट्रामा सेंटर के अलावा मेडिसीन डिपार्टमेंट (टेंपररी कोविड सेंटर) के बेड भी खाली हो गए थे। अब लगातार नए मरीज कोविड के लक्षण के साथ आ रहे हैं। इन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही है। इसके अलावा सर्दी, खांसी भी काफी है। ऐसे मरीजों को प्रापर केयर के अलावा आक्सीजन की भी जरूरत पड़ रही है। डॉक्टर्स कह रहे हैं कि कोरोना को लेकर किसी भी हाल में लापरवाही भारी पड़ सकती है।

संभल जाएं नहीं तो पहले वाली स्थिति

कोरोना ने जब दस्तक दी थी, तो लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे थे। इसका रिजल्ट यह हुआ कि सिटी में तेजी से कोरोना के मरीज बढ़ गए। आज जब मामले कम हुए तो लोग लापरवाह हो गए है। बिना मास्क और सेनिटाइजर के ही मार्केट में घूमने लगे और भीड़ वाली जगहों पर इकट्ठा भी होने लगे। लेकिन लोग यह नहीं जानते कि नहीं संभले तो एकबार फिर हॉस्पिटल्स में बेड भरने में देर नहीं लगेगी।

सिटी में हर दिन कोरोना के 70 मरीज

सिटी में कोरोना के मामले राज्यभर में सबसे ज्यादा हैं। हर दिन 70 से अधिक मामले रांची से आ रहे हैं। जिसमें एसिंप्टोमैटिक मरीज ज्यादा हैं और घर में इलाज करा रहे है। होम आइसोलेशन वाले मरीजों को तो परेशानी नहीं हो रही। लेकिन जिन मरीजों में लक्षण है, उन्हें हॉस्पिटल लाने के अलावा कोई चारा भी नहीं है। चूंकि हॉस्पिटल में स्थिति बिगड़ने पर उसे हैंडल किया जा सकता है।

रांची में 780 एक्टिव केसेज

पूरे राज्य में अभी डेढ़ हजार से ज्यादा एक्टिव केसेज हैं। इनमें 780 केसेज केवल रांची में ही हैं। दूसरे नंबर पर जमशेदपुर है, जहां 205 एक्टिव केसेज हैं। रांची में पॉजिटिविटी रेट भी अन्य जिलों से ज्यादा ही है। रांची में पॉजिटिविटी रेट करीब 7 फीसदी है। वहीं आज भी रांची में नोटिफाइड कंटेनमेंट जोन 2018 है।

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