रांची: राजधानी में हुए कई गंभीर कांड अब भी अनसुलझे ही हैं। नए एसएसपी सुरेन्द्र झा की टीम के लिए ये कांड गंभीर चुनौती हैं। एसएसपी ने चार्ज संभालते ही पुलिस टीम को रेस कर दिया है। पेंडिंग केसेस की जानकारी मांगी है। साथ ही हत्या, डकैती जैसे मामले जो अब तक सुलझे नहीं है उनके जल्द से जल्द उद्भेदन के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं। लॉकडाउन के दौरान पुलिस सख्त रही है और करीब-करीब जिले की पूरी फोर्स को लॉकडाउन पालन कराने के लिए ही लगा दिया गया है। इन सबके बीच समस्या यह आ रही है कि थानों में दर्ज होने वाले केसेस पेंडिंग होते जा रहे हैं। पूर्व के भी कई केसेस ऐसे हैं जिनकी जांच रुकी हुई है और केस का खुलासा नहीं हो पाया है। लॉकडाउन के ठीक पहले अपराधियों ने रांची में कई बड़े कांड को अंजाम दिया था।

पुलिस पर भी अतिरिक्त दबाव

लॉकडाउन के पूर्व घटित कांडों में पुलिस ने जांच भी शुरू की, लेकिन लॉकडाउन के कारण उन मामलों की जांच पर असर पड़ा है। कोरोना संकट के कारण पुलिस के काम बढ़ गए हैं। पुलिस के अधिकारियों का ज्यादा वक्त कोरोना संकट से जूझ रहे लोगों की मदद में निकल जा रहा है। पुलिस को लॉकडाउन पालन के साथ-साथ कम्युनिटी किचन, 100 डायल की सूचना पर फूड, दवाइयां पहुंचाना, प्रवासी मजदूरों के आवागमन समेत कई ऐसे काम हैं जिन्हें पुलिस को पूरा करना है। यही कारण है कि क्राइम इन्वेस्टिगेशन हो या अपराधियों की गिरफ्तारी, इन मामलों में पुलिस थोड़ी लेट हो रही है, जिसका फायदा गुनाहगारों को मिल रहा है।

कई कांडों को दिया अंजाम

बता दें कि लॉकडाउन के ठीक पहले अपराधियों ने शहर में कई कांडों को अंजाम दिया था। इसमें कुछ चर्चित भी हुए थे। ऐसे मामलों में मुकेश जालान हत्याकांड, प्रेम सागर हत्याकांड, गहना घर में लूटपाट शामिल हैं। अपनी शुरुआती जांच में रांची पुलिस ने ऐसे मामलों में साक्ष्य जुटाने से लेकर तकनीकी अनुसंधान को काफी जिम्मेदारीपूर्वक निभाया। फिर लॉकडाउन में व्यस्त रहने के कारण ऐसे मामलों की गुत्थी को अब तक पुलिस सुलझा नहीं सकी है।

मुकेश जालान हत्याकांड का कारण स्पष्ट नहीं

मुकेश जालान की हत्या अपराधियों ने किस वजह से की अबतक इसके पीछे की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। मुकेश जालान हत्याकांड के मामले में रांची पुलिस महिंद्रा फाइनेंस से किसी प्रकार का विवाद या प्रेम-प्रसंग से जुड़े विवाद के बिंदु पर जांच कर रही है। हत्या से संबंधित सीसीटीवी फुटेज पुलिस के पास है, लेकिन हत्या के चार महीने बाद भी रांची पुलिस इसका खुलासा नहीं कर पाई है। गौरतलब है कि सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के किशोरगंज रोड में 6 फरवरी की देर रात महिंद्रा फाइनेंस में काम करने वाले मुकेश जालान की हत्या कर दी गई थी।

प्रेम सागर के हत्यारों का नहीं मिला सुराग

बरियातू थाना क्षेत्र के मोरहाबादी स्थित होटल पार्क प्राइम के पास 2 मार्च की शाम बीजेपी नेता सह सीसीएल कर्मी और टेरर फंडिंग के आरोपी प्रेम सागर मुंडा की हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड में अब तक पुलिस को कोई ठोस सुराग नहीं मिले हैं। शूटर्स की पहचान की कोशिश की जा रही थी। तभी कोरोना का संकट आ खड़ा हुआ। इस कारण पुलिस का ध्यान इस पर कम हो गया। घटना की शाम करीब सात बजे के करीब प्रेम सागर मुंडा अपनी कार (जेएच-01बीटी-0009) से मोरहाबादी स्थित पार्क प्राइम होटल के पास रुके हुए थे। इसी बीच वहां पहुंचे अपराधियों ने उससे बातचीत की और फिर अचानक से उसे गोली मार दी।

गहना घर लूट कांड

शहर की पुलिस को चुनौती देते हुए बेखौफ अपराधियों ने लालपुर चौक के समीप ज्वेलरी के काफी बड़े और चर्चित शॉप गहना घर में लूट की वारदात को अंजाम दिया। इस दौरान शॉप के दोनों मालिकों को गोली भी मारी गयी, जिसके बाद काफी प्रयासों से उन्हें बचाया जा सका। इस मामले में पुलिस के पास पांच लोगों के सीसीटीवी फुटेज हैं और अपराधियों का सुराग भी मिला है। डोभी, गया से लेकर रांची तक पुलिस की टीम लॉकडाउन से पूर्व छापामारी करती रही, लेकिन अब तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है।

लंबित मामलों का भी अनुसंधान तेज कर दिया गया है। कुछ पेंडिंग केसेस में इनपुट मिले हैं, जिनपर काम किया जा रहा है जल्द ही अपराधी गिरफ्त में होंगे। राजधानी में क्राइम कंट्रोल के साथ थोड़ी भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

-सुरेन्द्र झा, एसएसपी, रांची