- सेकंड डोज वालों को अभी करना होगा और इंतजार

- कोविशील्ड की डोज है मौजूद, कोवैक्सीन आने में लगेंगे और 7 दिन

- 3 महीने के गैप के कारण लोग नहीं लगा रहे कोविशील्ड

रांची में कोवैक्सीन का टीका खत्म हो चुका है। सिटी में सिर्फ कोविशील्ड वैक्सीन ही उपलब्ध है। बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जो कोवैक्सीन का ही टीका लेना चाहते हैं। ऐसे लोग वैक्सीनेशन सेंटर से वापस लौट रहे हैं।

वैक्सीन नहीं, रफ्तार धीमी

रांची में वैक्सीन की कमी के कारण 18 से 44 वर्ष के युवाओं के टीकाकरण में कमी आई है। दूसरी तरफ, 45 से अधिक आयु के नागरिकों के टीकाकरण के लिए लाखों डोज वैक्सीन उपलब्ध होने के बाद भी इसमें सुस्ती है। 45 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों का टीकाकरण होना सबसे अधिक जरूरी है, क्योंकि ये हाई रिस्क ग्रुप में शामिल हैं। राज्य में अबतक इस आयु वर्ग के 28 प्रतिशत नागरिकों को ही पहली डोज का टीका लग सका है। वर्तमान में इस आयु वर्ग के दस हजार से भी कम लोगों को प्रतिदिन पहली डोज का टीका लग रहा है।

डोज पूरा होने में लगेंगे 600 दिन

यदि टीकाकरण की रफ्तार यही रही तो इस आयु वर्ग की सभी आबादी को पहली डोज का टीकाकरण पूरा होने में 600 दिन और लगेंगे। दरअसल, 18 से 44 वर्ष के नागरिकों के टीकाकरण के लिए राज्य सरकार कंपनियों से सीधे वैक्सीन खरीदती है, जबकि 45 वर्ष से अधिक नागरिकों के लिए वैक्सीन केंद्र सरकार उपलब्ध कराती है।

मई में कम हो गया है टीका

वर्तमान में राज्य में 18 से 44 आयु वर्ग के आठ से दस हजार लोगों को ही पहली डोज का टीका लग पा रहा है। राज्य में मई माह में टीकाकरण की रफ्तार काफी कम हो गई। अप्रैल माह में 12,14,728 लोगों को पहली डोज का टीका लगा था, लेकिन मई माह में 30 मई तक 8,12,108 लोगों को ही पहली डोज का टीका लग सका। इस तरह, अप्रैल की अपेक्षा मई माह में लगभग चार लाख कम लोगों का टीकाकरण हुआ। टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने राज्य में प्रतिदिन 45 प्लस के 50 हजार नागरिकों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा। इसे लेकर उपायुक्तों को निर्देश भी दिए गए, लेकिन यह अभी तक लागू नहीं हो सका है। जानकार बताते हैं कि 45 प्लस के नागरिकों के टीकाकरण की रफ्तार नहीं बढ़ने का बड़ा कारण ग्रामीण क्षेत्रों में टीके को लेकर भ्रम भी है। विशेषज्ञ ग्रामीणों को टीकाकरण हेतु प्रेरित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा व्यापक जन जागरूकता तथा टीकाकरण का महाअभियान चलाने की वकालत करते हैं।

वैक्सीन की क्षति में कमी दर्ज

टीकाकरण अभियान को और गति देकर वैक्सीन की क्षति को कम किया जा रहा है। राज्य सरकार वैक्सीन सेंटर में यह सुनिश्चित कर रही है कि वैक्सीन की क्षति न हो। मई तक राज्य में वैक्सीन की क्षति 4.5 प्रतिशत के करीब थी, जो घटकर 1.5 प्रतिशत से भी कम हो गई है। टीकाकरण अभियान की घोषणा के दिन से ही राज्यवासियों के लिए टीके की उपलब्धता सुनिश्चित करने का प्रयास राज्य सरकार कर रही है। वैक्सीन अंतिम व्यक्ति को उपलब्ध हो, यह सुनिश्चित करने का प्रयास लगातार जारी है।

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रांची में कोवैक्सीन की डोज खत्म हो गयी है। शहर के सभी सेंटर पर कोविशीलड वैक्सीन सभी सेंटर पर उपलब्ध है। कोवैकसीन पहुंचने में 3 से 4 दिन का समय लग सकता है। हालांकि, जो लोग कोविशील्ड का टीका लगाना चाहते हैं, उनके लिए सभी सेंटर पर यह उपलब्ध है।

डॉ शशि भूषण खलखो, डीआरसीएच, रांची

क्या कहते हैं युवा

कोवैक्सीन टीका लगाने के लिए कई सेंटर पर घूम रहे हैं, लेकिन टीका नहीं लग रहा है। मुझे कोवैक्सीन का टीका ही लगवाना है। अब एक सप्ताह तक इंतजार करने को कहा जा रहा है। शहर के कई सेंटर पर घूम चुके हैं, लेकिन कहीं भी उपलब्ध नहीं है।

सजीत लकड़ा

मुझे भी कोवैक्सीन का टीका लगवाना है। इसके लिए रजिस्ट्रेशन भी करा दिया है। जब अपने नजदीकी सेंटर पर गयी तो पता चला कि वह कोवैक्सीन उपलब्ध नहीं है। कोविशीलड का टीका उपलब्ध है, लेकिन मुझे कोवैक्सीन का टीका लगाना है। जब सेंटर पर यह टीका आ जाएगा तब लगाएंगे।

प्रिया कुमारी