RANCHI:कोरोना वैक्सीन का इंतजार खत्म हो चुका है। रांची में बुधवार को पुणे से सीरम कंपनी द्वारा तैयार कोविशील्ड वैक्सीन की पहली खेप पहुंच गई। इसके साथ ही 16 जनवरी से वैक्सीनेशन की शुरुआत का दरवाजा खुल गया है। बुधवार को ही रांची के नामकुम स्थित वेयरहाउस से विभिन्न जिलों के लिए निर्धारित कोटे के अनुसार वैक्सीन की खेप भेज दी गई। इस बीच, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने एलान किया है कि वे खुद पहला टीका लगवाएंगे। किसी हेल्थ वर्कर या फ्रंटलाइन वर्कर को वैक्सीन के साइड इफेक्ट को लेकर डरने की जरूरत नहीं है। टीके की पहली खेप रांची पहुंचने के बाद बन्ना गुप्ता ने अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में कहा कि वे 16 तारीख को पहला टीका लगवाएंगे।

पहले चरण में इन्हें मिलेगी डोज

मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि पहले खेप में कोविशील्ड वैक्सीन की 1.62 लाख डोज झारखंड को दी गई है। इसे 1.31 लाख चिन्हित हेल्थ वर्कर्स को दिया जाना है। इसके अलावा बाकी बची 35 हजार डोज आर्मी के जवानों को दी जाएगी। ये रामगढ़ और रांची के नामकुम स्थित सेना के कैंप में उनकी जरूरत के हिसाब से भेजे जाएंगे।

निजी हॉस्पिटल पर अभी फैसला नहीं

मंत्री ने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों के चिकित्सकों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन दिए जाने के बारे में चर्चा के बाद निर्णय लिया जाएगा। सरकार इस पर विचार कर रही है।

32 मिनट में वेयर हाउस पहुंची वैक्सीन

कोरोना वैक्सीन की पहली खेप विशेष विमान से रांची एयरपोर्ट पर 9 बजकर 02 मिनट पर रांची पहुंची। यहां से वैक्सीन को राष्ट्रीय टीका वाहन से सीधा नामकुम वेयर हाउस पहुंचाया गया। एयरपोर्ट से वेयर हाउस की 11 किलोमीटर की दूरी को 32 मिनट में तय किया गया। पहली खेप में झारखंड को 16 हजार 200 वायल वैक्सीन मिली है। एक वायल से 10 लोगों को टीका दिया जा सकेगा। यानी झारखंड में पहले फेज के लिए 1.62 लाख लोगों के लिए टीका केंद्र सरकार की तरफ से भेजा गया है। स्टेट वेयर हाउस से बुधवार को ही राज्य के दो अन्य रिजनल वेयर हाउस देवघर और पलामू के लिए वैक्सीन भेज दी गई। स्टेट इम्यूनाइजेशन ऑफिसर डॉ अजीत प्रसाद ने बताया कि सबसे ज्यादा वैक्सीन रांची और सिंहभूम जिले को भेजी जाएगी।

वैक्सीन रखने की मुकम्मल व्यवस्था है। सभी जिलों के डीसी और सिविल सर्जन को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। किसी भी हेल्थ वर्कर को डरने की जरूरत नहीं है। वैक्सीनेशन को लेकर पहले ही ड्राई रन हो चुका है। अब हमें इसे वास्तविक रूप में सफल बनाना है।

बन्ना गुप्ता, हेल्थ मिनिस्टर, झारखंड