रांची : केंद्र सरकार ने विभिन्न राज्यों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए लग रहे टीके के वेस्टेज को कम करने के निर्देश दिए हैं। जहां तक झारखंड की बात है, तो यहां कोरोना टीका (कोविशील्ड तथा कोवैक्सीन) का वेस्टज ढाई से तीन फीसद है। यह कई राज्यों से कम है। शुरू में कोवैक्सीन के वायल में 20 डोज होने पर यहां भी वेस्टेज कुछ अधिक था, लेकिन इसमें दस डोज किए जाने के बाद इसमें कमी आई है। राज्य में टीका के वेस्टेज का प्रमुख कारण टीका के लिए निर्धारित संख्या में लोगों के उपलब्ध नहीं होने पर भी वायल खोल देना है। हालांकि, राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान, झारखंड का सख्त निर्देश है कि टीका लेने के लिए दस लोग उपलब्ध होने पर ही वायल खोला जाए।

8 लाख डोज अवेलेबल

झारखंड को केंद्र सरकार से अबतक 37,36,300 डोज टीका मिला है। इनमें कोविशील्ड तथा कोवैक्सीन दोनों शामिल हैं। राज्य में 19 अप्रैल तक 28,11,384 लोगों का टीकाकरण हुआ है। इनमें 24,52,006 को पहली तथा 3,59,378 लोगों को दूसरी डोज दी गई। राज्य सरकार के पास वर्तमान में 8,10,615 डोज टीका उपलब्ध है। इस तरह, 1,14,301 डोज का गैप है, जो कुल प्राप्त डोज का तीन फीसद है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि कुछ जिलों में अधिक टीका बचे होने या डाटा एंट्री नहीं होने की संभावना है। वेस्टेज ढाई फीसद तक माना जा सकता है।

केंद्र से 9,76,200 कोविशील्ड मिलना बाकी

केंद्र सरकार ने झारखंड को 20 लाख कोविशील्ड की अनुमति सात अप्रैल को प्रदान की है। इनमें झारखंड को नौ अप्रैल को 10,23,800 डोज मिल चुकी है। केंद्र से झारखंड को 9,76,200 डोज मिलनी बाकी है। हालांकि, राज्य सरकार को इस बीच कोवैक्सीन की चार लाख डोज दो खेप में मिल चुकी है।