रांची: झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विसेस एसोसिएशन (झासा) ने बुंडू में डाक्टर के साथ हुई मारपीट के आरोपितों के पकड़े जाने का स्वागत किया है। झासा के सचिव डा। बिमलेश सिंह ने बताया कि प्रशासन ने जिस तरह से कार्रवाई की है उसके लिए वे आभार प्रकट करते हैं। बुंडू के अनुमंडलीय अस्पताल में तीन दिन पहले डा। मदन कुमार महतो के साथ मारपीट करने वाले तीन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। मारपीट की घटना के बाद झासा की ओर से आरोपितों पर एफआइआर दर्ज करायी गयी थी। साथ ही झासा के प्रतिनिधिमंडल ने एसएसपी से मुलाकात कर घटना की जानकारी दी थी।

शर्मनाक है घटना

डा। बिमलेश ने बताया कि इस तरह की घटना शर्मनाक है। कोई डाक्टर मरीज की जान बचाने के लिए मेहनत करता है, लेकिन इसके बाद भी परिजन डाक्टरों के साथ मारपीट करते हैं। इसके पहले भी कई बार डाक्टरों के साथ मारपीट हो चुकी है। झासा के साथ-साथ आइएमए भी लगातार इसका विरोध कर रहा है और मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लाने की मांग कर रहा है। पड़ोसी राज्य में यह एक्ट लागू है।

क्या थी घटना

दो दिन पहले बुंडू अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सक डा। मदन कुमार महतो के साथ इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर एक मृत महिला के स्वजनों ने चेंबर में घुसकर मारपीट की। घटना से आक्रोशित चिकित्सकों व चिकित्साकर्मियों ने ओपीडी सेवा को ठप कर दी थी। घटनाक्रम के अनुसार बुंडू के टांगर टोली निवासी संतोष कुम्हार की पत्नी 32 वर्षीया बसंती देवी को बुधवार की शाम घर में ही दिल का दौरा पड़ा था और वह बेहोश हो गई थी। स्वजन उसे लगभग आठ बजे बुंडू अनुमंडलीय अस्पताल लाए। यहां ड्यूटी पर तैनात डा। मदन कुमार महतो ने परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद स्वजन महिला के शव को लेकर घर चले आए। घर आने पर महिला में जीवन के कुछ लक्षण दिखे, तो उसे लेकर ओझा-गुनी के पास गए। इसके बाद किसी के कहने पर रिम्स ले गए। यहां चिकित्सकों ने घंटे भर पहले ही महिला के मृत होने की पुष्टि कर दी। इसके बाद स्वजन रिम्स से वापस आ गए। डा। मदन मरीजों का इलाज करने के बाद अपने चेंबर में बैठे हुए थे। तभी कुछ अज्ञात लोग चैंबर में घुस आए और महिला का इलाज ठीक से नहीं करने का आरोप लगाते हुए उनकी पिटाई कर दी। डा। मदन सिल्ली के रहनेवाले हैं। इसके पूर्व वे बुंडू रेफरल अस्पताल के प्रभारी एवं सोनाहातू स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी के रूप में पदस्थापित रहे थे।