रांची: पहले हॉस्पिटल्स में बेड का इंतजार और अब दाह संस्कार के लिए लाइन। जी हां, रांची में कुछ ऐसे ही हालात हो चले हैं। शवों को मुक्तिधाम ले जाया जा रहा है, लेकिन लंबे इंतजार के बाद ही उनका अंतिम संस्कार हो पा रहा है। रविवार को स्थिति बहुत ही खराब हो गई। हरमू स्थित मोक्षधाम में कोरोना संक्रमित करीब 13 शव आए। यहां कोरोना से मृत लोगों के शवों का गैस क्रिमेटोरियम में दाह संस्कार किया जा रहा है। रविवार को यह गैस क्रिमेटोरियम खराब हो गया, जिससे शवों को एंबुलेंस में ही पांच घंटे से भी ज्यादा समय तक रखना पड़ा। रविवार को यहां केवल तीन शवों का अंतिम संस्कार हो सका। 10 शवों को शाम में घाघरा स्थित स्वर्णरेखा घाट ले जाया गया।

शव के साथ आए लोग रहे परेशान

शवों के अंतिम संस्कार के लिए आए लोग रविवार को दिन भर परेशान रहे। पीपीई किट पहने एंबुलेंस के चालकों और मृतकों के एक-एक परिजनों को काफी देर तक गर्मी में यूं ही इंतजार करना पड़ा। देर शाम तक गैस क्रिमेटोरियम को ठीक नहीं किया जा सका। इस बीच जिला प्रशासन ने देर शाम रांची नगर निगम को इसे बनवाने का अनुरोध पत्र भेजा। चूंकि, इस शवदाह गृह का संचालन रांची नगर निगम के द्वारा ही किया जाता है, इसलिए इसे ठीक कराने की जिम्मेवारी भी निगम की ही है।

बढ़ गई है मरने वालों की संख्या

रांची में मृतकों की संख्या पिछले दस दिनों में काफी बढ़ गई है। एक से दस अप्रैल के बीच 36 लोगों की मौत की पुष्टि जिला प्रशासन ने की। ये सभी रांची के निवासी थे, जिनकी कोरोना संक्रमण से मौत हुई। हालांकि, इससे कईं अधिक शवों का अंतिम संस्कार और सुपुर्द-ए-खाक किया गया। ऐसा इसलिए भी हुआ, क्योंकि कई शव दूसरे जिलों के भी थे, जिनका रांची में ही अंतिम संस्कार किया गया। इस तरह हिंदू धर्म के मानने वाले मृतकों का अंतिम संस्कार गैस क्रिमेटोरियम में होता रहा। लगातार शवों का दाह संस्कार किये जाने के कारण गैस क्रिमेटोरियम खराब हो गया।

कब्रिस्तान में भी कतार

रांची के सबसे बड़े कब्रिस्तान (इस्लाम धर्म से संबंधित) रातू रोड कब्रिस्तान है। यहां हर रोज बड़ी संख्या में जनाजे सुपुर्द-ए-खाक किये जा रहे हैं। रविवार को भी दस जनाजे दफनाए गए। इनमें से तीन की मौत कोविड-19 संक्रमण से ग्रस्त होने के कारण हुई थी। वहीं 7 जनाजे अन्य कारणों से मृत लोगों के थे। रातू रोड कब्रिस्तान में सात अप्रैल को 13, आठ को 8, नौ को 9 और दस अप्रैल को 12 जनाजे दफनाए गए। पिछले पांच दिनों में रातू रोड कब्रिस्तान में 52 जनाजे सुपुर्द-ए-खाक किए गए। इनमें कोरोना संक्रमण से मरने वालों का सटीक आंकड़ा उपलब्ध नहीं है, लेकिन जिम्मेदारों का मानना है कि छह से ज्यादा संक्रमितों को दफनाया गया है। कोरोना से मरने वालों के लिए कब्रिस्तान में अलग एरिया तय किया गया है, जहां उन्हें कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत दफनाया जा रहा है।

क्या कहा जिला प्रशासन ने

हरमू स्थित शवदाह गृह (क्रिमेटोरियम) की खराबी पर देर शाम जिला प्रशासन की ओर से एक बयान जारी किया गया। इसमें कहा गया है कि हरमू मुक्तिधाम स्थित क्रिमेटोरियम का संचालन रांची नगर निगम के द्वारा किया जाता है और कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार शवों को जलाने के लिए इसका उपयोग किया जा रहा है। परंतु, इस क्रिमेटोरियम में खराबी आने के कारण शवों को जलाने में ज्यादा समय व्यतीत हो रहा है। अत: जिला प्रशासन रांची के द्वारा रांची नगर निगम को इस क्रिमेटोरियम को जल्द से जल्द ठीक कराने का अनुरोध किया गया है।

रांची में कोरोना से मृत लोगों की संख्या

तारीख - मृतक

01 अप्रैल - 0

02 अप्रैल - 0

03 अप्रैल - 3

04 अप्रैल - 5

05 अप्रैल - 3

06 अप्रैल - 2

07 अप्रैल - 4

08 अप्रैल - 6

09 अप्रैल - 8

10 अप्रैल - 5

कुल - 36

(हेल्थ डिपार्टमेंट द्वारा जारी आंकड़े)