रांची(ब्यूरो)। सिटी में पीने के पानी की काफी किल्लत है। गर्मी के साथ ही शुरू हो जाती है पानी की समस्या। कभी नदियों और तालाबों के नाम से जाना जाने वाला यह शहर पानी की समस्या से जूझ रहा है। इसकी सबसे बड़ी वजह है घर-घर बोरिंग का हो जाना। कभी लोग नदियों, तालाबों, चापानल और कुंओं से पानी भरा करते थे। आज इसका स्वरूप बदल कर घर की छतों पर लगे पानी की टंकी में बदल गया है। लोग अपनी जरूरत के अनुसार या यूं कहें इससे ज्यादा भी टंकी में स्टोर कर लेते हैं। कई बार लोग घरों में लगे मोटर खोलकर छोड़ देते हैं और बंद करना ही भूल जाते हैं। इससे टंकी में पानी भरने के बाद भी ओवरफ्लो होता रहता है। सड़क, गली और नाली में बहकर सैकड़ों लीटर पानी बर्बाद हो जाता है। जो किसी जरूरतमंद व्यक्ति के काम आ सकता था, वह पानी नाले में बह जाता है। यही कारण कि पानी की किल्लत दिनोंदिन लगातार बढ़ती जा रही है।

हर घर बोरिंग

घर की छतों पर ही लोग हजार-हजार लीटर वाली पानी टंकी लगा लेते हैं। कुछ साल पहले तक ऐसा कोई चलन नहीं था। कुछ गिने-चुने घरों की ही छतों पर टंकी हुआ करती थी। आज घर-घर में टंकी लग गई है। कहीं-कहीं दो या इससे भी ज्यादा टंकी लगा दी गई हैं। वहीं, अपार्टमेंट कल्चर ने इसे और बढ़ावा दिया है। अपार्टमेंट की छत पर चार-पांच या इससे भी ज्यादा टंकी लगा दी जाती हैं, जिसमें पांच हजार लीटर पानी स्टोर रहता है। इसी पानी का इस्तेमाल फ्लैट में रहने वाले लोग करते हैं। शहरी इलाकों में यह नजारा हर घर के बाहर दिखता है। कुछ लोग तो ऐसे भी हंै, जिन्होंने सप्लाई कनेक्शन को भी टंकी से कनेक्ट कर दिया है। मोटर लगा कर पानी टंकी में भर लेते हैं। टंकी भरने के बाद यह पानी बर्बाद होता रहता है। दूसरे लोगों के हिस्से के पानी को कुछ लोग यूं ही बर्बाद कर देते हैं।

कितनी साफ है पानी टंकी

घर में 24 घंटे पानी की सप्लाई को बनाए रखने के लिए पानी को स्टोर करने की टंकी सबके यहां मौजूद होती है, जिसमें एक बार मोटर चलाकर पानी भर लिया जाता है, और दिन भर इसका इस्तेमाल होते रहता है। लोग घरों में बोरिंग करा लेते हैं और पानी स्टोर करने के लिए छत पर टंकी भी लगवा देते हैं। लेकिन टंकी की साफ-सफाई पर बहुत कम ही लोग ध्यान देते हैं। साल में बमुश्किल एक या दो बार लोग टंकी की सफाई कराते हंै। जबकि टंकी में हर दिन पानी स्टोर किया जाता है। इस कारण धीरे-धीरे टंकी के चारों ओर काई जमने लगता है। इस काई में कीड़े भी पनपने लगते हैं। आपको लगता है कि आप बोरिंग से निकला शुद्ध जल का सेवन कर रहे हैं। लेकिन यह आपकी गलतफहमी होती है, क्योंकि जाने-अनजाने आप भी गंदे पानी का उपयोग कर रहे होते हैं। इस पानी को पीने से तरह-तरह की बीमारियां हो सकती हैं।

याद है आखिरी बार कब साफ कराई थी टंकी

घरों में लगी पानी की टंकी को साफ कराए इतने दिन बीत जाते हैं कि आपको याद भी नहीं रहता आखिरी बार आपने अपनी टंकी को कब साफ कराया था। एक बार आपको भी अपने घर की छत पर लगी टंकी का ढक्कन खोल कर जरूर देखना चाहिए कि इसकी स्थिति क्या है। इसकी तली में जमा कचरा देखकर ही आपको अंदाजा हो जाएगा कि आप रोज कितने गंदे पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं। इतना ही नहीं, यदि आपने टंकी को लंबे समय तक नहीं साफ किया तो पानी से बदबू भी आने लगती है। ऐसे में इससे बचने का एकमात्र तरीका है, पानी टंकी की समय-समय पर सफाई।

ऐसे करें पानी टंकी की सफाई

कई लोग प्लंबर से अपनी टंकी की साफ-सफाई कराते हैं। यदि टंकी पूरी तरह से कवर्ड है और पानी की क्वालिटी ज्यादा खराब नहीं है, तो हर 6 महीने में एक बार इसे साफ करना काफी होता है। वहीं, स्थिति इसके विपरीत होने पर हर 3 महीने में टंकी साफ करते रहना चाहिए। वरना गंदे पानी से नल जाम होने के साथ इन्फेक्शन होने का भी खतरा रहता है। यदि आप पानी की टंकी को साफ करना चाहते हैं, तो सबसे पहले इसके आधे पानी को निकाल कर किसी दूसरे कंटेनर में स्टोर करके रख लें। या आप इसे खाली होने पर दोबारा भरने से पहले भी धो सकते हैं। ऐसा करना इसलिए जरूरी होता है, ताकि इसमें क्लीनिंग एजेंट को आसानी से इस्तेमाल किया जा सके, और जरूरत पडऩे पर आप इसमें आसानी से अंदर जा सकें। टंकी को अंदर से चमकाने के लिए आपको इसके अंदर जाने की जरूरत होती है। ऐसा करते हुए अपने साथ पानी और डिटर्जेंट पाउडर का घोल बनाकर ले जाएं, और हार्ड स्क्रब पैड से टंकी की दीवारों को रगड़कर साफ करें। अगर आपके टैंक में आयरन के गाढ़े दाग हैं, तो आप इसे हटाने के लिए विनिगर का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे सारे दाग कुछ ही मिनटों में खत्म हो जाते हैं।