- निर्माण में नहीं रखा गया है लेवल का ध्यान

- कई जगह नालियों से ही वाटर पाइपलाइन पास

- आरएमसी के अलावा अलग अलग फंड से बनाई गई हैं नालियां

- रांची नगर निगम के सामने बड़ी चुनौती

रांची। राजधानी में नालियों की सफाई का काम अंतिम चरण में है। भले ही नालियां साफ हो गई हों, इसके बावजूद सिटी के कई इलाकों में लोगों को वाटर लॉगिंग की समस्या झेलनी पड़ेगी। कई इलाके बारिश में डूब जाएंगे। इसकी एक बड़ी वजह नालियों के निर्माण में मानकों का ध्यान नहीं रखा जाना है। यही वजह है कि नालियों की सफाई कराना भी रांची नगर निगम के लिए चुनौती बन गया है। नगर निगम के 900 सफाई कर्मियों और गाडि़यों की मदद से नालियों की सफाई का काम लगभग पूरा हो चुका है।

बिना प्लान के बनी हैं नालियां

सिटी की मुख्य सड़कों के अलावा गली-मोहल्लों में नालियों का निर्माण कराया गया है। इसमें कवर्ड नालियों के अलावा बड़े नाले और छोटी नालियां भी बनाई गई हैं। इसके लिए रांची नगर निगम के अलावा विधायक फंड, सांसद मद, पथ निर्माण विभाग से नालियों का निर्माण कराया गया। जहां पर केवल पक्की नाली बनाने का ध्यान रखा गया। इसके अलावा किसी ने भी नालियों के निर्माण में लेवल का ध्यान नहीं रखा। वहीं कई जगहों पर नालियों की चौड़ाई और गहराई भी एक नहीं है। आज यही गलती रांची नगर निगम के लिए सिरदर्द बनी हुई है। नालियों के साफ रहने के बावजूद पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। इसका खामियाजा सिटी की पब्लिक भुगत रही है।

कर लिया है अवैध निर्माण

सफाई के दौरान अधिकारियों ने विभिन्न इलाकों में जाकर नालियों का जायजा लिया। इस दौरान कई जगहों पर पाया गया कि लोगों ने नाली पर एन्क्रॉचमेंट कर उस पर पक्का कंस्ट्रक्शन कर लिया है। इस वजह से भी पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। वहीं कुछ लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। अपने घर के सामने ही नाली में कचरा डाल रहे हैं। इस वजह से भी नालियों में पानी निकासी नहीं हो पा रही है। ऐसे लोगों को चिन्हित करते हुए नोटिस दिया गया है। इसके बाद भी लोग नाली से कब्जा नहीं हटाते हैं तो उनपर झारखंड नगरपालिका अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।

नालियों में पाइपलाइन

नालियां शहर में जरूरी है। लेकिन रांची में नालियों के निर्माण में कोई देखने वाला नहीं था। इसका खुलासा तब हुआ जब सफाई के लिए पहुंचे सफाईकर्मियों को नाले के बीच से पानी का पाइपलाइन मिला। इससे नालियां संकरी हो गई हैं। इस वजह से भी वहां पर कचरा जमा हो जाता है। पानी की निकासी भी प्रभावित होती है। इस बार निगम का प्रयास है कि कहीं भी वाटर लॉगिंग की समस्या नहीं हो।

नहीं डालें कचरा

नालियों की सफाई के बाद कचरा हटा लिया गया है। लोगों से भी अब जागरूक होने की अपील की जा रही है, ताकि शहर को साफ बनाने में नगर निगम को मदद मिल सके। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि अपने घरों का कचरा नालियों में न डालें। इससे सफाई में काफी दिक्कत होती है। एक जिम्मेवार नागरिक बनें तो नगर निगम लोगों को अच्छा माहौल देने का प्रयास करेगा।

शहर के अधिकतर इलाके में नालियां बनी हैं, लेकिन फंड के चक्कर और मॉनिटरिंग नहीं होने के कारण गड़बड़ी हुई है। अगर लेवल और सिस्टेमैटिक ढंग से निर्माण कराया जाता तो आज परेशानी नहीं झेलनी होती। फिर भी हमने प्रयास किया है कि सभी इलाके के नाले-नालियां साफ हो जाएं तो बारिश में परेशानी नहीं होगी। जिन लोगों ने कब्जा किया है वे अपना अवैध निर्माण नाले से हटा लें या फिर कार्रवाई के लिए तैयार रहें।

-शंकर यादव, डीएमसी, आरएमसी