रांची: बरसात का पानी जमने से अब उसमें कीडे़-मकौड़े पनपने लगे हैं। लोगों में गंदगी से होने वाली बीमारी का खतरा बढ़ गया है। जगह-जगह हुए जलजमाव व गंदगी से बैक्टीरिया जनित बीमारी होने की संभावना बढ़ गई है। वहीं नगर निगम की ओर से इस दिशा में कोई तैयारी नजर नहीं आ रही है। स्लम इलाकों में लोग मच्छर से परेशान हैं। लेकिन निगम की ओर से न तो फॉगिंग कराई जा रही है और न ही दवा या ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव हो रहा है। वहीं, दूसरी ओर कुछ वीआईपी इलाके, अधिकारी, पदाधिकारी के घर के समीप ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी हो रहा है और फॉगिंग भी कराई जा रही है। लेकिन आम नागरिक जो लाइन में खड़ा होकर निगम को होल्डिंग टैक्स देता है उन्हें कोई सुविधा नहीं मिल रही है। सिटी के कई इलाकों में नगर निगम की ओर से किसी तरह की कोई तैयारी नजर नहीं आ रही।

कोरोना महामारी

अभी कोरोना जैसी भयंकर महामारी का खतरा टला भी नहीं है। दूसरी ओर जलजमाव के कारण बैक्टीरिया से होने वाली बीमारी का भी खतरा मंडराने लगा है। खोरहा टोली, रुगड़ीगढ़ा, मधुकम, इंद्रपुरी, चुटिया, डोरंडा समेत कई अन्य इलाकों में जलजमाव के कारण दूषित पानी मच्छर पनपने की शिकायत लगातार मिल रही है। चुटिया निवासी श्रीनिवास ठाकुर ने बताया कि मोहल्ले में जहां-तहां गड्ढों में बीते दस दिनों से पानी जमा है। निकासी नहीं होने के कारण पानी अब दूषित होने लगा है, जिसमें मच्छर, मख्खी और दूसरे जीव पनपने लगे हैं। उन्होंने बताया कि पार्षद से लेकर नगर निगम के कंट्रोल नंबर पर भी इसकी शिकायत की, लेकिन कहीं से कोई पहल नहीं की गई। मोहल्ले के लोग खुद से ही पानी हटाने के लिए तैयार हुए हैं।

सफाई अभियान हुआ फेल

बीते 20 मई से रांची नगर निगम अलग-अलग इलाकों में सफाई अभियान चला रहा है। अभियान में 60 वाहन और लगभग 600 सफाई कर्मी लगाए गए हैं। इस अभियान में करोड़ों रुपए खर्च हो चुके हैं। अभियान के अलावा वार्ड में सफाई के लिए 1600 कर्मचारी लगे हुए हैं। लेकिन जमीन पर काम बहुत कम नजर आ रहा है। इस संदर्भ में मेयर आशा लकड़ा ने भी अभियान को फेल बताया है। अपने निरीक्षण के क्रम में मेयर आशा लकड़ा ने अलग-अलग इलाकों का मुआयना किया, जहां गंदगी देखकर मेयर ने सफाई अभियान को सिर्फ एक दिखावा बताया। नगर निगम के पास संसाधन के नाम पर कचरा उठाव के लिए 350 गाड़ी और लगभग 2200 सफाई कर्मी हैं। इसके अलावा 53 सुपरवाइजर भी सफाई की मॉनिटरिंग करते हैं। इसके बाद भी सिटी में सफाई की शिकायत हमेशा बनी रहती है।

नगर आयुक्त अपने पद पर रहते हुए निगम की समस्याएं दूर नहीं कर पा रहे हैं। उन्हें पद पर बैठना ही नहीं चाहिए। सफाई के नाम पर सिर्फ यहां दिखावा किया जा रहा है। गली-मोहल्लों में गंदगी और जलजमाव की स्थिति बनी हुई है। इसे ठीक करना होगा।

- आशा लकड़ा, मेयर, रांची नगर निगम