रांची (ब्यूरो) । अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में योग मित्र मंडल रांची ने वेबीनार का आयोजन किया, जिसका विषय था महिला सशक्तिकरण के लिए योग (योगा फॉर वूमेन इंपावरमेंट) जो इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम है। वेबीनार के मुख्य वक्ता प्रोफेसर कामिनी कुमार, विश्वविद्यालय प्रोफेसर (सेवानिवृत्त), पूर्व प्रति कुलपति रांची विश्वविद्यालय, रांची एवं कोल्हान विश्वविद्यालय, चाईबासा एवम् इन्दौर की अंतर्राष्ट्रीय योग गुरु, स्प्रिचुअल मेटिवेशनल स्पीकर व समाज सेविका डॉ निशा जोशी थीं। योग मित्र मंडल की सचिव डॉक्टर परिणीता सिंह ने योग मित्र मंडल की गतिविधियों के बारे में बताते हुए कहा कि योग मित्र मंडल का उद्देश्य योग की सही और सटीक जानकारी देना है। साथ ही उन्होंने बताया कि योग मित्र मंडल गांव - गांव जाकर योग का प्रचार प्रसार करता है।

पॉजिटिव रहना जरूरी

प्रियंका ने शांति पाठ से कार्यक्रम की शुरुआत की। डॉ परिणीता सिंह ने कार्यक्रम के वक्ताओं का परिचय दिया। इससे पहले योग मित्र मंडल रांची के अध्यक्ष आरके कटारिया ने स्वागत भाषण दिया और बताया योग मित्र मंडल, रांची की शुरुआत सन् 2009 में हुई थी और यह बिहार स्कूल, मुंगेर के झारखंड की शाखा है। अंतर्राष्ट्रीय योग गुरु डॉक्टर निशा जोशी ने अपने वक्तव्य मे कहा हमें हमेशा पॉजिटिव रहना जरूरी है। महिलाओं की सशक्तिकरण के बारे में उन्होंने कहा शिव शक्ति के बिना अधूरे हैं, महिला शक्ति की केंद्र है इसलिए अपनी शक्ति को महसूस करने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया महिलाएं पुरुषों से ज्यादा भावुक होती हैं। महिलाओं एवं किशोरियों में कई तरह की शारीरिक परेशानियां आम हो गई हैं, जिसे योग से ठीक रखा जा सकता है।

आसनों के बारे में बताया

उन्होंने उन समस्याओं को ठीक करने हेतु कुछ आसनों का भी उल्लेख किया, जिनमें उत्तानपादासन, शलभासन, पवन मुक्तासन, धनुरासन, वक्रासन आदि महिलाओं के लिए काफी लाभदायक सिद्ध हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि ज्यादा आसान न करके काम ही करें लेकिन सही तरह से करें ताकि उनका सर्वाधिक लाभ मिले। उन्होंने कहा जो भी योग करें सजक होकर करें। डॉक्टर जोशी ने कहा योग से शरीर की सभी तरह की बीमारियों को ठीक और कम किया जा सकता है।