नई दिल्ली (पीटीआई)। सबसे अमीर भारतीय मुकेश अंबानी जो देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक हैं। उन्होंने कहा कि उनके समूह की टेलीकाॅम एवं डिजिटल यूनिट जियो को चौथे औद्योगिक क्रांति की जरूरत के अनुसार डिजाइन किया गया है। इसमें वो सभी चीजें हैं जो चौथे औद्योगिक क्रांति के लीडर बनने के लिए होनी चाहिए।

दो औद्योगिक क्रांतियां तथा उसके बदलाव का भारत को नहीं मिला लाभ

भारत शुरू के दो औद्योगिक क्रांतियां और उससे आने वाले बदलावों को मिस कर चुका है। तीसरे औद्योगिक क्रांति यानी इनफाॅर्मेशन टेक्नोलाॅजी की रेस में भारत ने हिस्सा जरूर लिया लेकिन अब भी पीछे ही है। अब भी वह आगे निकलने की होड़ में लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि अब चौथी औद्योगिक क्रांति में जब हमने कदम रखा है तो भारत के पास मौका है लीडर बनने का।

भारत में है ग्लोबल लीडर बनने की क्षमता और मौका

टीएम फोरम डिजिटल ट्रांसफाॅर्मेशन वर्ल्ड सिरीज में अंबानी ने कहा कि चौथे औद्योगिक क्रांति में हमारे पास एक ग्लोबल लीडर के तौर पर उभरने का मौका है। यह क्रांति डिजिटल और फिजिकल टेक्नोलाॅजी जैसे डिजिटल कनेक्टिविटी, क्लाउड और एज कंप्यूटिंग, आईओटी, स्मार्ट डिवाइसेज, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, रोबोटिक्स, ब्लाॅकचेन, एआर/वीआर और जीजोमिक्स से होगी।

जियो से पहले भारत में 2 जी टेक्नोलाॅजी, कंपनी लाएगी डिजिटल क्रांति

अंबानी ने कहा कि इस क्रांति में तीन बेसिक चीजों की जरूरत होगी। अल्ट्रा हाई स्पीड कनेक्टिविटी, किफायती स्मार्ट डिवाइसेज और ट्रांसफार्मेशनल डिजिटल एप्स। जियो में इस क्रांति का सफर पूरा करने के लिए पूरी कूवत है। उसे इसी के लिए तैयार किया गया है। जियो से पहले भारत 2 जी टेक्नोलाॅजी से चिपका हुआ था। जियो भारत में डाटा कंजूसी को खत्म करके डिजिटल क्रांति लाना चाहता है।

25 साल में 2 जी नेटवर्क बना, जियो ने सिर्फ 3 साल में 4 जी बनाया

अंबानी ने कहा कि जियो ने विश्व स्तरीय, ऑल आईपी, फ्यूचर प्रूफ डिजिटल नेटवर्क बनाया है जो देश भर में बेहतर हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन मुहैया करा रहा है। भारतीय टेलीकाॅम इंडस्ट्री ने 2 जी नेटवर्क बनाने में 25 साल लगा दिए जबकि हमने सिर्फ 3 साल से 4 जी नेटवर्क देश में खड़ा करके दिखा दिया। इतना ही नहीं हमने सबसे सस्ता टैरिफ भी लांच किया और जियो यूजर्स के लिए वाइस काॅल फ्री कर दी।

Business News inextlive from Business News Desk