ऐसी है जानकारी
बादल फटने के कारण यहां अचानक आई बाढ़ की वजह से दो बच्चों की मौत हो गई। इनके साथ ही नौ लोग घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि मरनेवाले दोनों बच्चे वहां काम करने वाले मज़दूरों के बच्चे थे। इस घटना के बाद से वहां दहशत और गम का माहौल है। अब तो सिर के ऊपर छाने वाले बादलों से यहां के लोगों को डर लगने लगा है। गौरतलब है कि कुछ ही दिन पहले भी यहां बादल फटने की खबर आई थी। उसमें भी एक बच्ची की मौत हो गई थी।
780 यात्रियों को निकाला गया सुरक्षित
हालांकि अमरनाथ यात्रा को निकले सभी तीर्थ यात्री सुरक्षित बताए जा रहे हैं। इनमें से करीब 780 लोगों को वहां से निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है। इसके साथ ही अन्य तीर्थयात्रियों की सुरक्ष का पूरा इंतजाम किया जा रहा है। ताकि जल्द से जल्द उन्हें मुश्किलों से बाहर निकाला जा सके। वहीं कुदरत के ऐसे कहर के बावजूद तीर्थ यात्रियों के जज्बे, हौंसले और भक्ति में कहीं कोई कमी नहीं आई है।
यातायात हुआ प्रभावित
इसके अतिरिक्त जानकारी के अनुसार बालटाल कैंप के कई टेंट और दुकानें भी बाढ़ के तेज बहाव में बह गए हैं। वहीं श्रीनगर-लद्दाख हाइवे को कई जगहों पर खास नुकसान पहुंचा है। यातायात काफी प्रभावित हुआ है। मौसम की गंभीरता को देखते हुए फिलहाल हाइवे को बंद कर दिया गया है। इसके साथ अहतियातन अमरनाथ यात्रा को भी रोक दिया गया है।
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