फेक अप्वाइंटमेंट लेटर दिए
मोहम्मद फईम बेग कटरा चांद खां में रहते हैं। उनका दोस्त मुशर्रफ भी वहीं रहता है। दोनों कम पढ़े लिखे हैं। फईम ने बताया कि उनके पड़ोस में रहने वाले कोचिंग संचालक अजीम खां ने उससे कहा कि वो उन दोनों की सरकारी नौकरी लगवा देगा। इसके लिए उन्हें सिर्फ 50-50 हजार रुपये देने होंगे। शुरुआत में सिर्फ 30-30 हजार रुपये देने होंगे। अजीम ने दोनों की रामचंद्र से मुलाकात कराई। उसने दोनों की कृषि विभाग में दवाई बांटने की नौकरी दिलाने का वादा किया। एक सप्ताह पहले उन दोनों को नौकरी का अप्वाइंटमेंट लेटर दिए जिनमें हाई स्कूल व इंटर की मार्कशीट लगी हुई थी। दोनों को न्याय सचिव पंचायत की पोस्ट दी गई थी। पढ़े लिखे ना होने पर भी जब उन्होंने मार्कशीट देखी तो नौकरी ना करने की बात कही और अपने पैसे मांगे। नहीं देने पर उन्होंने बारादरी पुलिस को सूचना दी।

2 हजार में फर्जी मार्कशीट

क्राइम ब्रांच ने चारों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया। पुलिस गिरफ्त में आए आरोपियों के नाम अजीम खां, रामचंद्र, जहांगीर और मुनीष हैं। मुनीष और जहांगीर सोसाइटी में काम करते हैं। पुलिस ने जब दोनों से पूछताछ की तो पता चला कि सभी उत्तर प्रदेश कृषि ग्राम्य विकास सहकारी संघ लिमिटेड में नौकरी लगवाने के बहाने ठगी करते हैं। इनका ऑफिस डेलापीर में    और सोसाइटी की बेवसाइट भी है। आरोपियों ने परमेंद्र सिंह को अपना एमडी बताया। पुलिस ने जब उसका नंबर लिया तो आरोपियों ने सिर्फ परमेंद्र की कॉल आने की ही बात कही। फंदे में चढ़े लोगों ने आरोप लगाया कि उन्हें एसओजी के सिपाही ने जाल में फंसाया है।