-ट्रैवेल एजेंसी के मालिक ने दो महीने में वीजा बनवाने का दिया था झांसा

-एक साल बीतने के बावजूद वीजा देने में रहा नाकाम

- एसएसपी ने दिया एफआईआर दर्ज करने का आदेश

LUCKNOW: न खुदा ही मिला न बिसाल-ए-सनम कुछ इसी तर्ज पर फॉरेन कंट्री में नौकरी की चाहत में एक सेल्समैन को 90 हजार का चूना लग गया। ट्रैवेल एजेंसी के जालसाज मालिक ने उसे दो महीने में सउदी अरब में नौकरी का वीजा देने का वायदा किया लेकिन, एक साल बीतने के बावजूद उसे वीजा नहीं मिल सका। जब उसने अपनी रकम वापस मांगी तो उसे दो चेक थमा दिये गए। पर, वे भी बाउंस हो गए। ठगे जाने का अहसास होने पर भुक्तभोगी ने गुरुवार को एसएसपी प्रवीण कुमार त्रिपाठी से मामले की शिकायत की। एसएसपी ने चौक पुलिस को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया।

सुपरवाइजर की नौकरी का झांसा

अलीगंज के बड़ा चांदगंज निवासी आफताब आलम सहारागंज में एक शोरूम में सेल्समैन है। आफताब के मुताबिक, करीब डेढ़ साल पहले उसकी मुलाकात चौक के फरंगी महली गेट स्थित फ्रीडम इंटरनेशनल ग्रुप नाम की ट्रैवेल एजेंसी के मालिक मजहर अली सिद्दीकी से हुई। मुलाकात के दौरान मजहर ने उसे बताया कि सउदी अरब की विभिन्न कंपनियों में सुपरवाइजर की जरूरत है। उसने झांसा दिया कि वह 90 हजार रुपए में वीजा दिला देगा। फॉरेन कंट्री में नौकरी और ऊंची तनख्वाह की लालच में आफताब उसकी बातों में आ गया। उसने अपना लैपटॉप बेचा और ईपीएफ निकालकर 90 हजार रुपये इकट्ठा किये और वह रकम उसे वीजा मिलने की चाहत में सौंप दी। दो महीने बीतने के बाद भी उसे वीजा नहीं मिला। आफताब के पूछने पर मजहर व उसका मैनेजर अली अहमद उसे गोल-मोल जवाब देते रहे। परेशान होकर उसने अपने रुपए वापस मांगे लेकिन आरोपी बहाना बनाते रहे।

चेक हुए बाउंस

एक साल बीतने पर भी जब वे लोग वीजा दिलाने में नाकाम रहे तो आफताब अपनी रकम मांगने मजहर के ऑफिस पहुंचा। लेकिन, उसे मजहर और अली अहमद ने धमका कर भगा दिया। दहशतजदा आफताब ठाकुरगंज थाने पहुंचा जहां पुलिस के दबाव में मजहर ने उसे फ्0-फ्0 हजार रुपये के दो चेक थमा दिये। लेकिन, जब आफताब ने उन चेक्स को बैंक में लगाया तो दोनों चेक बाउंस हो गई। रकम वापस मिलने की आस खत्म होने पर आखिरकार गुरुवार को आफताब ने एसएसपी से मामले की शिकायत की। एसएसपी प्रवीण कुमार त्रिपाठी ने चौक पुलिस को मजहर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर इंक्वायरी शुरू कर दी है।