LUCKNOW: नौकरी की तलाश में भटक रहे प्रदेश के युवा बेरोजगारों के लिए अच्छी खबर है। परिवहन निगम जल्द ही भर्तियों का पिटारा खोलेगा। इसके लिए परिवहन निगम ने अपने विभाग में खाली पड़े लगभग 3200 पदों को भरने के लिए शासन को ब्यौरा भेजा है। शासन से हरी झंडी मिलते ही भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। जानकारों की मानें तो निगम में पिछले 28 वर्षो से एक भी डायरेक्ट भर्ती नहीं हुई है।

 

सिर्फ बैकलॉग को खत्म किया जा रहा

परिवहन निगम के अधिकारियों की मानें तो पिछले 28 वर्षो से सिर्फ बैकलॉग को खत्म किया जा रहा है। वहीं कर्मचारियों की कमी की वजह से जहां बसों का संचालन ठीक से नहीं हो पा रहा है वहीं कई काम पेडिंग में डाल दिए जाते हैं। ऐसे में अधिकारियों ने अपने ऊपर बढ़ते दबाव को खत्म करने के लिए परिवहन निगम मुख्यालय से कर्मचारियों की डिमांड की है। जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलने के साथ ड्राइवर और कंडक्टर बेहतर इंकम ला सकें।

 

27 सौ से अधिक पद तकनीकी के

रोडवेज के अधिकारियों के अनुसार सहायक बल्कनाइजर, वेल्डर, कारपेंटर, टिन स्मिथ, ब्लैक स्मिथ, फिटर के पद कई वर्षो से खाली हैं। प्रदेश भर में इस तरह के 2714 पद खाली हैं। इन पदों पर भर्ती के लिए आईटीआई पास होना अनिवार्य है।

 

290 पद और हैं खाली

असिस्टेंट स्टोर कीपर, मैकेनिक, केंद्र प्रभारी और अवर लिपिक वर्ग के पद भी खाली हैं। इन पदों पर भर्ती के लिए आईटीआई और इंटमीडिएट पास होना अनिवार्य किया गया है। इसके अलावा पीए, जेई और सहायक वर्क सुपरवाइजर के कुल 201 पद खाली हैं। इन सभी पदों पर भर्ती के लिए शासन से अनुमति मांगी गई है, जिससे रोडवेज की बसों का संचालन बेहतर हो सके। इसके अलावा प्रदेश भर में एआरएम की खासी कमी है। इसके लिए प्रदेश भर से आंकड़े मांगे गए हैं। लगभग 500 एआरएम की जरूरत है। इसकी डिमांड भी जल्द भेजी जाएगी।

 

कर्मचारियों की भर्ती के लिए अनुमति मांगी गई है। भर्तियां किस तरह से होंगी, इस पर भी फैसला लिया जाना है। सभी तरह की जानकारी शासन भेजी जा चुकी है।

साद सईद

जनरल मैनेजर, कार्मिक, उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिहवन निगम

 

कंडक्टर की भी है भारी कमी

जानकारों की मानें तो मृतक आश्रित में भी 500 लोगों की भर्ती की जानी है, लेकिन इसे अभी रोक कर रखा गया है। इसके अलावा प्रदेश में कम से कम 2500 कंडक्टर की जरूरत है। उसके लिए भी जल्द ही शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा।